नई दिल्ली. परंपरा के उलट 110 वर्षीय नारायण महतो के शव को उनकी पुत्रवधुओं ने कंधा दिया. मामला झारखंड के चतरा जिले के पेक्सा गांव का है. नारायण महतो की तीन पुत्रवधुएं अनोखा देवी, यशोदा देवी और मेवा देवी ने शव को कंधा दिया.
तीनों पुत्रवधुओं ने बताया कि श्वसुर ने हमें पिता जैसा प्यार दिया, जिसकी वजह से उन्होंने बेटे की तरह ही कंधा देने का निर्णय किया है. पुत्रवधुओं के इस निर्णय का परिवार के लोगों ने सराहना की. वहीं, समाज से भी किसी ने विरोध नहीं किया. पुत्रवधूओं ने शव को कंधा देकर शवदाह स्थल तक पहुंचाया.
नारायन महतो के तीन पुत्र मोती दांगी, महादेव दांगी और विशेश्वर दांगी हैं. उनके सबसे बड़े पुत्र ने हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार मुखाग्नि दी.