शिमला. हिमाचल प्रदेश में सोमवार और मंगलवार को बारिश-ओलावृष्टि के आसार हैं. मौसम विभाग ने बारिश बर्फबारी को लेकर फिर से यलो अलर्ट जारी किया है. ऐसे में प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं. साथ ही आंधी के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है.
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट
मौसम विज्ञान शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल का कहना है कि प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ अभी सक्रिय है. प्रदेश में छह अप्रैल तक मौसम खराब रहेगा. इसके बाद प्रदेश में धूप खिलने के आसार हैं. वहीं रविवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी मौसम साफ बना रहा. धूप खिलने से लोगों को पिछले करीब कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से राहत मिली है. मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य है, जबिक अधिकतम तापमान सामान्य से कम चल रहा है.
छह अप्रैल तक मौसम खराब
तापमान में आई गिरावट प्रदेश के बागबानों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है. ऐसे में तापमान में आई गिरावट के कारण फ्लावरिंग को नुकसान होने के आसार हैं. बागबानी विशेषज्ञ डा. एसपी भारद्वाज का कहना है कि लोअर बेल्ट में फस्र्ट स्टेज की फ्लावरिंग हो चुकी है. यहां पर सेब की सेटिंग पर असर पड़ सकता है, क्योंकि तापमान कम होने व बारिश के कारण बागीचों में मधुमक्खियां नहीं आएगी. इससे पॉलीनेशन की प्रक्रिया बाधित हो सकती है. हालांकि जहां फूल सुरक्षित हैं, वहां ज्यादा दिक्कतें नहीं है. इसके अलावा अपर और मिडल बेल्ट में सेब की फसल को नुकसान नहीं है.
वहीं कृषि विभाग के निदेशक डॉ. राजेश कौशिक का कहना है कि कृषि विभाग के लिए यह बारिश नुकसान दायक है. गेहूं की फसल जहां गिर गई है, उसके सडने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. गेहूं की फसल पकने की कगार पर थी. ऐसे में बारिश का होना नुकसानदायक है. जहां फसल गिर गई हैं, उसमें चूहे लगने की संभावना भी है. इसके अलावा मटर की फसल के साथ साथ दालों में चने की फसल पर भी इसका गलत प्रभाव पड़ेगा.