नई दिल्ली. मध्य-पूर्व के देश यमन में जारी गृह-युद्ध और तेज हो गया है. ताजा घटनाक्रम में अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त अबदरब्बह मंजूर हादी सरकार का समर्थन कर रहे सदर्न टेरिटोरियल कौंसिल (STC) के लड़ाकों ने ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. STC ने मांग की थी कि हादी अपने मंत्रियों को बर्खास्त कर दें पर ऐसा न होने पर उन्होंने हादी सरकार के खिलाफ सशस्त्र कार्यवाही शुरू कर दी है.
ताज़ा समाचार मिलने तक STC के लड़ाके हादी सरकार के केंद्र अदन शहर में बने राष्ट्रपति निवास पर कब्ज़ा कर चुके थे और प्रधानमंत्री अहमद ओबैद बिन दाघर देश छोड़कर भागने की तैय्यारी कर रहे थे. बताते चलें कि सऊदी अरब की सीमा पर स्थित यमन में पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से गृहयुद्ध जारी है, जिसमें मुख्य लड़ाई हूदी विद्रोहियों और सऊदी अरब समर्थिक सरकार के बीच थी.
हूदी विद्रोहियों के नियंत्रण वाले सुप्रीम पोलिटिकल कौंसिल ने जहाँ पश्चिमी क्षेत्रों और पूर्व राजधानी सना में अपना नियंत्रण स्थापित कर रखा है वहीँ सऊदी अरब समर्थित और अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त अबदरब्बह मंजूर हादी सरकार का कब्ज़ा पूर्वी इलाकों पर था. शुरुवाती दौर में इस लड़ाई में हादी की मदद कर रहे STC ने अब उन्हीं के खिलाफ काम करना शुरू कर दिया है. कई जानकार इसका कारण STC के काम काज में संयुक्त अरब अमीरात के बढ़ते दखल को मानते हैं.