लखनऊ. राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि उत्तर प्रदेश बजट 2018-2019 में किसानों को योगी सरकार ने ठेंगा दिखा दिया. पूरे प्रदेश में किसान परेशान है, आत्महत्याएं कर रहा है. इसके बावजूद किसानों के कल्याण के लिए बजट में किसी ठोस योजना का क्रियान्वयन नहीं किया गया.
शेखर दीक्षित ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पिछले कई सालों से किसानों की आमदनी डेढ़ गुनी करने की बात कर रही है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी किसानों के सम्बन्ध में ये बात कहती रही है लेकिन अभी तक इस सम्बन्ध में किसी तरह के प्रयास होते नहीं दिख रहे. किसान केवल सरकारों के दोगलेपन से मौत की तरफ बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आमदनी डेढ़ गुनी करने के लिए 2022 का लक्ष्य बताती है. आखिर केंद्र सरकार को ये भी बताना चाहिए कि क्या 2022 तक किसान खेती करना बंद कर दें. खेती दिन-पर दिन घाटे का सौदा होती जा रही है.
शेखर दीक्षित ने कहा कि जब यूपी विधानसभा में बजट पेश हो रहा था, तब ललितपुर के किसान ने सीएम् आवास के पास पेड़ से कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. वह कर्ज से परेशान था. आखिर कब किसानों की स्थिति में सुधार आएगा.
उन्होंने कहा कि कहा कि प्रदेश सरकार किसानों से किये गए कर्जमाफी के वादे को अभी तक पूरा नहीं कर सकी है. कर्ज माफ़ न होने से परेशान किसान आये दिन आत्महत्या पर मजबूर हो रहा है. शेखर दीक्षित ने कहा कि अगर किसानों की स्थिति ऐसी रही तो किसानों की आने वाली पीढ़ी कहती करना बंद कर देगी. जिससे देश के सामने खाद्यान संकट के रूप में बहुत बड़ी समस्या कड़ी हो जाएगी.