नई दिल्ली. जिम्बाब्वे में सैन्य तख्तापलट की सूरत बन चुकी है. हालांकि सेना इससे इनकार कर रही है मगर बुधवार को सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति राबर्ट मुगाबे पत्नी समेत उनकी हिरासत में हैं. यह कदम राष्ट्रपति के आसपास मौजूद आपराधिक तत्वों के सफाए के लिए उठाया गया है.
दुनिया भर की मीडिया जिम्बाब्वे के घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है और इसे सैन्य तख्तापलट का नाम दिया जा रहा है. सेना तख्तापलट से इनकार कर रही है और सेना के समर्थक इसे रक्तहीन सुधार का नाम दे रहे हैं. लंबे समय से आर्थिक संकट से जूझ रहे जिम्बाब्वे में सरकार ने कई तरह की बंदिशें लागू कर रखीं थीं.

सेना के प्रवक्ताओं का कहना है कि शांति बहाल करने के लिए सेना लगातार सड़कों पर गश्त कर रही है. सभी सरकारी भवनों को सुरक्षित कर लिया गया है. हालांकि विदेशी मीडिया में सेना के बख्तरबंद वाहनों की गश्त और हरारे में बम धमाके सुने जाने की खबरें भी हैं. सेना का दावा है कि राष्ट्रपति को उनकी सुरक्षा के लिए ही सेना की निगरानी में रखा गया है.