महागठबंधन में आये भूचाल और रातों-रात हुए सत्ता परिवर्तन ने लालू यादव की नींद उड़ा कर रख दी है. वहीं इस परिवर्तन से जदयू ने वरिष्ठ नेता शरद यादव भी काफी असहज महसूस कर रहे हैं. इस कारण वे मीडिया में सामने भी नहीं आ रहे हैं. उनकी इस परेशानी को देखते हुए लालू यादव ने शरद यादव को अपनी पार्टी में आने का न्यौता दिया है और कहा है कि हम सब मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे और उसे भगाने का काम करेंगे.
शरद यादव अपनी इस दुविधा को लेकर विपक्षी नेताओं से भी मिल चुके हैं और उन्होंने नीतीश के इस फैसले पर असहमति जताई है. वहीं जदयू में भी भाजपा से हाथ मिलाने का बाद एक धड़ा नाराज चल रहा है और वह शरद यादव के साथ है. ऐसे में लालू ने शरद यादव को अपने पार्टी में शामिल करने का जो न्यौता दिया वह उनका मास्टरस्ट्रोक हो सकता है अगर वो अपना पाला बदल लेते हैं.
इससे पहले शरद यादव वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी मिल चुके हैं और माना यह जा रहा है यह बैठक नीतीश के पहल पर हुई थी. जिसमें जदयू को केंन्द्र में भी अपना साझेदार बनाकर शरद यादव के लिए मंत्री बनाने का विकल्प सामने रखा गया था.