सुंदरनगर(मंडी). सुंदरनगर में सट्टे कपाही क्षेत्र के कठयांहु गांव के नरपत राम के घर का इकलौता चिराग सदा के लिए बुझ गया है. परिजनों का आरोप है की पीजीआई में चिकित्सकों की लापरवाही से यह सब हुआ है. 22 वर्षीय युवक की पीजीआई में हुई मौत के मामले में युवक के पिता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से आग्रह किया है कि इस मामले की गहनता से जांच की जाए.
20 तारीख को चंडीगढ़ में हुआ हादसा. लड़के के पिता ने बताया कि बेटे की रिपोर्ट जिसमें सीटी स्कैन, एक्सरे, एमआरआई समेत अन्य जांच की रिपोर्ट को नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बेटे की मौत पीजीआई के चिकित्सकों की लापरवाही की वजह से हुई है. मौत के 2 दिन बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पिता ने पुलिस प्रबंधन और पीजीआई प्रशासन पर आरोप लगाया है कि सब आपस में मिलजुल कर इस मामले पर लीपापोती करने में जुटे हुए हैं.
इस मामले से संबंधित कोई भी मेडिकल रिपोर्ट नहीं दी गई है. परिवार ने बताया कि युवक की रिपोर्ट के साथ पीजीआई प्रबंधन छेड़छाड़ करने में जुटा हुआ है. सड़क दुर्घटना में ग्रस्त होने के बाद युवक पीजीआई में 2 दिन तक सामान्य तौर पर था. आरोप है कि एकाएक उसकी तबीयत बिगड़ने से और चिकित्सकों की लापरवाही की वजह से ही उसकी मौत हो गई. पिता ने इस मामले में चिकित्सकों और प्रबंधन पुलिस के खिलाफ मामले की जांच करने की मांग की है.