हमीरपुर. नादौन में एक ऐसा गांव है जहां आज भी सड़क नहीं है. चेली गांव में 40 परिवार रहते हैं जिसमें 35 घरों से बच्चे स्कूल पढ़ने के लिये गांव से दूर जाते हैं. गांव में एक प्राथमिक स्कूल तो है लेकिन आगे की पढ़ाई के लिये बच्चों को बदारन के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल जाना पड़ता है.
स्कूल जाते वक़्त बच्चों को जान जोखिम में डालना पड़ता है क्योंकि रास्ते में एक तरफ भयानक जंगल है तो दूसरी तरफ नाला बहता है. इसके बावजूद बच्चों को हर रोज तीन किलोमीटर के कच्चे और ख़तरनाक रास्ते से गुजर कर स्कूल जाना पड़ता है. चेली गांव में यह सिलसिला सालों से यूं ही चल रहा है. अबतक किसी नेता ने इस गांव में सड़क बनवाने की नहीं सोची.