शिमला. गुड़िया रेप और मर्डर केस में गिरफ्तार पुलिसकर्मियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सीबीआई ने गिरफ्तार अफसरों में दो को सरकारी गवाह बना लिया है. इन्हें क्लीन चिट भी दे दी गई है. दोनों अफसर एएसपी भजन देव नेगी और डीएसपी रतन सिंह नेगी गुड़िया कांड की जांच के लिए गठित एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) के सदस्य रहे हैं.
मामले से पहले ही खींचे थे हाथ, अब देंगे गवाही
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, दोनों अफसरों ने बताया कि उन्होंने मामले से पहले ही हाथ खींच लिए थे. सीबीआई ने उनसे पूछताछ शुरू की तो दोनों सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो गए. दोनों अफसर अब अपने वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ गवाही देंगे. सीबीआई ने इन्हें आईजी जैदी समेत अन्य अफसरों के खिलाफ दर्ज किए गए हत्या, प्रताड़ना और फर्जीवाड़े के मामले में सरकारी गवाह बनाया है.
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भजन नेगी की टीम ने पकड़ा था आरोपियों को
एएसपी भजन नेगी की टीम ने ही आरोपियों राजू, दीपू, छोटू, आशीष चौहान और सुभाष को गिरफ्तार किया था. हालांकि वह जांच से संतुष्ट नहीं थे और आरोपियों की संलिप्तता साबित होने तक नाम खोलने से मना कर रहे थे. नेगी के मुताबिक, आईजी जैदी ने उनकी बात नहीं मानी और जांच के लिए अपनी टीम लगा दी. इसके बाद नेगी ने मामले से किनारा कर लिया.
गुड़िया कांड में अपनी चार्जशीट के साथ सीबीआई ने 84 गवाहों की सूची भी दाखिल की है. इस सूची में स्थानीय लोगों के अलावा इन दो पुलिस अधिकारियों के भी नाम हैं.