शिमला. जिला के कुमारसेन स्वास्थ्य खंड के मलैंडी गांव में गुरुवार को देव कुर्गण कला मंच के कलाकारों ने लघु नाटिका और लोक गीतों के माध्यम से जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय बाल व किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की जानकारी दी.कला मंच ने बताया कि जननी सुरक्षा योजना के अंर्तगत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार, अनुसूचित जाति, जनजाति की ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिला को अस्पताल में प्रसव करवाने पर 700 रुपए तथा शहरी क्षेत्र की महिला को 600 रुपए की राशि अनुदान दी जाती है. अनुदान राशि प्राप्त करने के लिए बीपीएल का प्रमाणपत्र या ग्राम पंचायत प्रधान से गरीबी रेखा का प्रमाणपत्र प्राप्त करना आवश्यक है.
जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं को सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में गर्भावस्था से प्रसव के बाद 42 दिन तक निःशुल्क प्रसव, जांच, परीक्षण, खून का प्रावधान, दवाईयां, आहार, वाहन की सुविधा प्रदान की जाती है.
पूजा कला मंच ने ननखड़ी के खोलीघाट, जवालड़ा में स्वर साधना कला मंच, मशोबरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धामी तथा गा्रम पंचायत जाबरी में कामाक्षा सांस्कृतिक दल ने स्वास्थ्य खंड टिक्कर, हिमझलक कला मंच ने कोटखाई, शिव कल्चर ट्रुप के कलाकारों ने नेरवा में लोक नृत्य, लोक गीत व लघु नाटिका के माध्यम से विभिन्न स्थानों व ग्राम पंचायतों में कार्यक्रमों का आयोजन किया.
जिले के विभिन्न स्वास्थ्य खंडों में आज आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ग्राम पंचायत जाबरी के प्रधान चंद्र प्रकाश, स्वास्थ्य सुपरवाईजर राजेश्वरी, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रेमा देवी, आशा वर्कर व विभिन्न पंचायतों के जनप्रतिनिधि, स्वास्थ्य कार्यकर्ता व स्थानीय लोग मौजूद रहे.
इसके साथ ही जन सम्पर्क एवं सूचना विभाग की ओर से आये हुए सांस्कृतिक युवा मंच धर्मशाला ने एनएचएम अभियान के तहत डमटाल के राम गोपाल मंदिर के प्रांगण में गीत संगीत और नुक्कड़ नाटको के माध्यम से लोगों को सेहत संबंधी जरूरी जानकारी उपलब्ध करवाई.