शिमला/नई दिल्ली. हिमाचल में चुनावी नतीजे आने से पहले ही कांग्रेस में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर घमासान छिड़ गया है. प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज, खासकर CM बनने के इच्छुक नेता एक-एक कर सभी दिल्ली पहुंच रहे हैं और राष्ट्रीय नेताओं से संपर्क बढ़ाने में जुट रहे हैं.
ऐसा लग रहा है मानो कांग्रेस को चुनाव जीतने की नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री की ही चिंता रह गई है. प्रदेश में चुनावी नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे. कांग्रेस पहले ही CM के लिए माथापच्ची में जुट गई है. राजनीति के जानकार इसे कांग्रेस की जल्दबाजी और ओवर-कॉन्फिडेंस बता रहे हैं.
हिमाचल में कांग्रेस का ‘अति-आत्मविश्वास’
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त दिख रहे प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने अब दिल्ली दरबार में हाजिरी भरनी शुरू कर दी है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह और प्रदेश चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू दिल्ली आए हुए हैं. ये दोनों अलग-अलग दिल्ली गए.
कौन-कौन पहुंचे दिल्ली?
दोनों नेता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से अलग-अलग मुलाकात करेंगे और चुनाव के बाद का फीडबैक देंगे. बताया जा रहा है कि प्रतिभा सिंह पार्टी के केंद्रीय नेताओं खासकर महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से भी मुलाकात करेंगी. सुक्खू भी कई केंद्रीय नेताओं से मिलेंगे.
सबसे पहले कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर दिल्ली गए. इनके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, फिर कर्नल धनीराम शांडिल, फिर चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू, अब कौल सिंह ठाकुर और मुकेश अग्निहोत्री भी दिल्ली पहुंच गए हैं. अग्निहोत्री और सुक्खू के दिल्ली जाने से राजनीति खूब गरमा गई है. इस मतदान ने कांग्रेस को बहुमत से सीटें जीतने की उम्मीद जगाई है, क्योंकि पार्टी के नेताओं को लगता है कि भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्से में बड़ी संख्या में लोग सरकार के खिलाफ मतदान करने के लिए बाहर आए और इसका सीधा फायदा कांग्रेस को होगा.
हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावनाओं के बीच कांग्रेस पार्टी में अब चर्चा मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर है. नतीजे आने से पहले ही दिल्ली से लेकर शिमला तक राजनीतिक कड़ियां जुड़ रहीं हैं. हिमाचल में यदि कांग्रेस को बहुमत मिलता है तो राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा, यह निर्णय पार्टी हाईकमान ही करेगा. यही वजह है कि CM बनने के इच्छुक नेता राष्ट्रीय नेतृत्व से मिलकर अपना-अपना पक्ष रख रहे हैं. आने -वाले दिनों में दूसरे नेता भी दिल्ली का रुख कर सकते हैं.
सीएम पद की रेस ?
बेशक कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, ठाकुर कौल सिंह, आशा कुमारी, राम लाल ठाकुर और कर्नल धनीराम शाण्डिल आदि मुख्यमंत्री की रेस में शामिल बताए जा रहे हैं, लेकिन इनमें से एक- दो चुनाव जीतने पर संशय बना हुआ है.
क्या दिल्ली दरबार जाने से होगा फायदा ?
राजनीति के विशेषज्ञों की मानें तो मतगणना से पहले इस तरह से हिमाचल कांग्रेस के नेताओं का दिल्ली जाने से कोई फायदा होने वाला नहीं है. असल में विधायक दल का नेता व मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा, यह मतगणना के बाद हाईकमान द्वारा भेजे जाने वाले ऑब्जर्वर की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा.