शिमला: कांग्रेस ने जाति आधारित गणना का समर्थन किया है. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की राज्य सरकारों ने अपने यहां जातीय जनगणना कराने का फैसला किया है. राहुल गांधी ने इसे प्रगतिशील और साहसिक फैसला बताया.
कांग्रेस कार्यसमिति की दिल्ली में हुई बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि चार घंटे तक चली कार्यसमिति की बैठक में यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया
हिमाचल में भी होगी जाति आधारित गणना
देश में छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में अब हिमाचल प्रदेश में भी जाति आधारित गणना होगी. हालांकि इसका क्या फार्मूला होगा, यह आने वाले वक्त में पता चलेगा. दो अक्टूबर को बिहार राज्य सरकार की ओर से जाति आधारित गणना के आंकड़ों को जारी करने के बाद देश भर में इसे लेकर चर्चा तेज हुई है.
जहां जीतेंगे, वहां जातिगत सर्वे करवाएंगे
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि हिमाचल, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जातीय जनगणना करवाई जाएगी. इसके बाद जिन राज्यों में भी कांग्रेस की सरकार बनेगी, उनमें भी जातिगत सर्वे करवाने का फैसला किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य है कि समाज का एक्स-रे होना चाहिए, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्स-रे करवाने से डर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गरीबों को उनका हक दिलवाने के लिए इसके बाद आर्थिक आधार पर भी सर्वेक्षण होगा.
जातिगत सर्वे में राजनीतिक मंशा नहीं
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि देश में जातिगत सर्वेक्षण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी में सर्वेक्षण का प्रस्ताव पारित किया गया है. यह प्रस्ताव राजनीतिक मंशा से नहीं आया है. उन्होंने कहा कि लोगों की मांग लगातार उठ रही थी और इसे देखते हुए सीडब्लयूसी ने यह फैसला किया है.
सर्वेक्षण में जाति का भी एक कॉलम जोड़ा जाना आवश्यक है. इसके अलावा आर्थिक आधार पर भी गणना होगी और भविष्य में इसका फायदा सभी जरूरतमंद लोगों को मिलेगा.
बहुसंख्यकों को बांटने की हो रही कोशिश- BJP
वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में पास हुए इस प्रस्ताव का खुला विरोध किया है. हिमाचल भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि जाति आधारित गणना के जरिए कांग्रेस देश के बहुसंख्यकों को बांटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि एक तरफ BJP देश में विकास की बात कर रही है. तो वहीं, कांग्रेस पहले की तरह डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी पर चलने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह ब्रिटिश शासन काल में अंग्रेज इस पॉलिसी पर चलते थे, ठीक उसी तरह कांग्रेस इसी पॉलिसी पर चल रही है. उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना के पीछे कांग्रेस की न तो मंशा ठीक है और न ही नीयत. उन्होंने कहा कि भविष्य में भारतीय जनता पार्टी जाति आधारित गणना के खिलाफ कानूनी पहलुओं पर विचार कर कोर्ट भी जा सकती है.