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नई दिल्ली. CWC Meet : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को भाजपा और आरएसएस पर सरदार वल्लभभाई पटेल और जवाहरलाल नेहरू को एक दूसरे के खिलाफ दिखाने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है, जिसका 140 साल तक देश की सेवा करने और देश के लिए लड़ने का गौरवशाली इतिहास रहा है।
वे एक ही सिक्के के दो पहलू थे
पटेल और नेहरू का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, वे (भाजपा और आरएसएस) सरदार पटेल और पंडित नेहरू के बीच संबंधों को इस तरह से पेश करने की साजिश करते हैं जैसे कि दोनों नायक एक-दूसरे के विरोधी हों। जबकि सच्चाई यह है कि वे एक ही सिक्के के दो पहलू थे। कई घटनाएं और दस्तावेज उनके सौहार्दपूर्ण संबंधों की गवाही देते हैं। उन्होंने कहा कि यह सार्वजनिक रिकॉर्ड में है कि पटेल और नेहरू के बीच लगभग रोजाना पत्राचार होता था।
नेहरू जी पटेल जी का बहुत सम्मान करते थे
उन्होंने आगे कहा कि नेहरू जी पटेल जी का बहुत सम्मान करते थे। अगर उन्हें किसी सलाह की जरूरत होती तो वे खुद पटेल जी के घर जाते थे। पटेल जी की सुविधा के लिए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठकें उनके आवास पर होती थीं। नेहरू सभी मामलों में उनसे सलाह लेते थे।”पटेल की विचारधारा को आरएसएस के विचारों के विपरीत बताते हुए खड़गे ने कहा कि उन्होंने आरएसएस पर प्रतिबंध भी लगाया था, लेकिन अब लोग इसे पटेल की विरासत से जोड़ते हैं।
संविधान मनुवादी विचारों से प्रेरित नहीं : खरगे
महात्मा गांधी और पटेल की विरासत को याद करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को संविधान सभा का सदस्य बनाने में उनकी अहम भूमिका थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अंबेडकर ने 25 नवंबर 1949 को संविधान सभा में अपने अंतिम भाषण में कहा था कि कांग्रेस पार्टी के सहयोग के बिना संविधान नहीं बनाया जा सकता था। लेकिन जब संविधान बना तो आरएसएस ने गांधीजी, पंडित नेहरू, डॉ. अंबेडकर और कांग्रेस की खूब आलोचना की। उन्होंने रामलीला मैदान में संविधान और इन नेताओं के पुतले जलाए। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान मनुवादी विचारों से प्रेरित नहीं है। खड़गे ने सत्तारूढ़ भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि उसने संसद परिसर से गांधी और डॉ. अंबेडकर की भव्य मूर्तियों को हटाकर उन्हें एक कोने में रखकर उनका अपमान किया है।
खरगे ने अमित शाह पर साधा निशाना
खरगे ने डॉ. अंबेडकर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी का भी जिक्र किया। उल्लेखनीय है कि शाह ने कहा था, ‘अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर कहना फैशन बन गया है। अगर वे इतनी बार भगवान का नाम लेते तो उन्हें स्वर्ग में जगह मिल जाती। खड़गे ने स्पष्ट रूप से कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान और उसके निर्माताओं दोनों का सम्मान करती है और इसकी रक्षा करना जानती है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल साहब हमारे दिलों और विचारों में बसते हैं। हम उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। हमने इसी सोच को ध्यान में रखते हुए अहमदाबाद में सरदार पटेल संग्रहालय के परिसर में सीडब्ल्यूसी की यह बैठक आयोजित की है।’ राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने आगे कहा कि आज ‘सांप्रदायिक विभाजन’ करके देश के बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है। दूसरी ओर, ‘कुलीनतंत्र’ देश के संसाधनों पर कब्जा करके सरकार को नियंत्रित करने की राह पर है।’
गुजरात राज्य के बारे में कही ये बात
गुजरात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात ही वह राज्य है, जहां से कांग्रेस को 140 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा ताकत मिली है। आज हम यहां फिर से प्रेरणा और ताकत लेने आए हैं। हमारी असली ताकत हमारे देश की एकता और अखंडता और सामाजिक न्याय की विचारधारा है। लेकिन आज उस विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है कि हम पहले खुद को मजबूत करें। अपने संगठन को मजबूत करें।