शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थिति बन गई है. बारिश से अब तक नेशनल हाईवे सहित कई संपर्क मार्ग बाधित हैं. ब्यास का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि पंडोह बाजार को खाली करवाया जा रहा है.
यहां तीन लोगों के मौत की खबर है. राजधानी शिमला में भूस्खलन से एक मंदिर ढह गया है, जिसमें कई लोगों के दबे होने की आशंका है. कई लोगों को निकाला गया है. मौके पर बचाव अभियान जारी है. सावन के सोमवार की वजह से मंदिर में कई लोग पहुंचे थे. शिमला के लाल कोठी में भी भूस्खलन से कुछ लोगों के दबने की आशंका है.
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी घटना स्थल का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि मंदिर के अंदर अभी भी 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है. उन्होंने आगे कहा,” ध्वजारोहण किया जाएगा, स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में ‘एट-होम’ कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है.”
सोलन में बादल फटने से सात लोगों की मौत
उधर, सोलन जिला के गांव जादोन में बादल फटने से दो मकान और एक गोशाला बह गई है. इसमें सात लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें चार पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं. मटौर-शिमला नेशनल हाईवे भी बाथू के पास बंद है. यहां सुबह अखबार लेकर जा रही गाड़ी मलबे की चपेट में आ गई, जिससे ऊना के चालक की मौत हो गई.
नदी-नालों के निकट न जाएं लोग: CM सुक्खू
हिमाचल में बाढ़ और भूस्खलन के मद्देनजर सीएम सुक्खू ने राज्य की जनता से अपील की है कि लोग बेवजह घर से बाहर न निकलें. वहीं, उन्होंने हिमाचल की जनता से अपील की है कि लोग नदी-नालों के निकट न जाएं. इसके अलावा लोग फिसल वाले इलाकों से दूर रहें.