बिलासपुर. क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कार्यरत फिजियोथेरेपिस्ट ज्योति ठाकुर का शव गत 6 सितम्बर को उनके बिलासपुर रौड़ा सेक्टर के किराये के मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था. इस मामले में विधायक बंबर ठाकुर ने भी अब तक पुलिस व स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई कार्रवाई पर सीधे सवाल उठाते हुए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग जिला प्रशासन से की है.
विधायक बंबर ठाकुर ने कहा कि इस मसले पर विशेष अन्वेषण दल द्वारा जांच करवाए जाने की मृतका के परिजनों की मांग का वे पुरजोर समर्थन करते हैं. पोस्टमार्टम के मामले में हमेशा सुस्ती दिखाने वाले स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में इतनी तेजी दिखाते हुए रात को ही पोस्टमार्टम क्यों कर डाला? यह अपने आप में एक जांच का विषय है.
उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन इस मामले को लेकर आम जनता में नए भ्रम, आशंकाएं व अफवाहें पनप रही हैं. जिसके चलते जहां लोग स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, वहीं कानून व प्रशासन पर भी अंगुलियां उठ रही हैं. ऐसे में आवश्यक है कि जिला प्रशासन पुलिस विभाग से संपर्क कर तुरंत इस मामले में विशेष अन्वेषण दल गठित करे. ताकि मामले की निष्पक्ष व तीव्र जांच होना सुनिश्चित किया जा सके.
गौरतलब है कि मृतका ज्योति ठाकुर के परिजन उसकी मृत्यु के पहले दिन से ही ज्योति ठाकुर द्वारा आत्महत्या किए जाने के पहलू को नकारते आ रहे हैं. गत दिवस हमीरपुर पूर्व विधायिका उर्मला ठाकुर के नेतृत्व में 30-35 लोगों ने डी.सी. बिलासपुर व एस.पी. बिलासपुर से मुलाकात कर इस मामले की जांच के लिए एस.आई.टी. गठित करने की मांग की है। इस दौरान उन्होंने अब तक की गई पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाए थे.