शिमला. मुख्य सचिव वी.सी. फारका ने राज्य में 15 सितम्बर से 2 अक्तूबर तक आयोजित किए जाने वाले स्वच्छता पखवाड़े व इसके उद्देश्यों को सफल बनाने के लिए राज्य के सभी उपायुक्तों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. स्वच्छ भारत मिशन की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘स्वच्छता ही सेवा है’ उद्देश्य को लेकर इस पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है.
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश भर में 15 सितम्बर को कार्यक्रम का आरम्भ होगा. उन्होंने कहा कि 17 सितम्बर का दिन सेवा दिवस के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें प्रातः 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक श्रमदान होगा, 24 सितम्बर का दिन समग्र स्वच्छता के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें शहर के स्थानीय लोग, युवा वर्ग, महिलाएं, बच्चे, खिलाड़ी, चुने हुए जन प्रतिनिधि, धार्मिक संस्थाएं, स्वयं सहायता समूह व अन्य सभी संस्थान श्रमदान करेंगे और स्वच्छता के उद्देश्य को सफल बनाने में सहयोग करेंगे.
फारका ने कहा कि 25 सितम्बर का दिन सर्वत्र स्वच्छता के रूप में मनाया जाएगा और इस दिन अस्पतालों, पार्कों, बस अड्डों, कुओं, शौचालयों व अन्य सार्वजनिक संस्थानों में सफाई की जाएगी. पहली अक्तूबर का दिन श्रेष्ठ स्वच्छता के रूप में मनाया जाएगा और गन्दगी वाले स्थानों पर सफाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा राज्य के स्थानीय निकायों को भेज दी गई है.
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 12 जुलाई, 2017 को सभी शहरी निकायों में स्वच्छता अभियान चलाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए थे. इस पहले चरण का यह अभियान प्रदेश भर में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया और इसका समापन 23 सितम्बर, 2017 को शिमला में होना है.
फारका ने हिमाचल प्रदेश को साफ-सुथरा बनाने के लिए विशेषकर पखवाड़े के दौरान आम जनमानस, बुद्धिजीवियों, महिलाओं, बच्चों, खिलाड़ियों, चुने हुए प्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थानों से स्वच्छता अभियान में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील की है.