हमीरपुर(बड़सर). बड़सर भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर भड़के विद्रोह ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. भाजपाई विचारधारा से संबंध रखने वाले पूर्व सैनिकों ने पूर्व विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भाजपा हाईकमान से उन्हें टिकट न देने की गुहार लगयी है. सूबेदार रवि कुमार, सुबेदार मेजर प्रेमचंद शर्मा और सुबेदार हरिराम सहित कई सैनिकों ने अपनी बाते पार्टी के सामने रखी हैं.
पूर्व सैनिकों ने गारली में हुये प्रेस वार्ता में कहा कि पूर्व विधायक बलदेव शर्मा का घर नादौन में पड़ता है तथा बड़सर विधानसभा क्षेत्र से अब उनका कोई संबंध नहीं है. इससे पहले जब उनका घर बड़सर में था तो उन्हे जनता ने लगातार तीन बार क्षेत्र का विधायक बनाया था. पूर्व सैनिकों ने कहा कि अगर भाजपा हाईकमान ने पिछले विधान सभा चुनावों की तरह इस बार भी जनता की भावनाओं की अनदेखी करेगी तो भाजपा को हार मिलेगी.
अगर पूर्व विधायक को टिकट दिया तो होगा विरोध
पूर्व सैनिकों ने स्पष्ट किया कि जनता द्वारा नाकारे गये व्यक्ति को टिकट किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा. इस स्थिति में उनका सरेआम विरोध किया जायेगा. उन्होंने कहा कि बलदेव शर्मा क्षेत्र के तीन बार विधायक रहे हैं लेकिन वे ऐसा कोई विकास कार्य व योजना लेकर नहीं आये जिससे क्षेत्र के लोग उनसे प्रभावित हो सकें. पूर्व विधायक पर जोरदार हमला बोलते हुए पूर्व सैनिकों ने कहा कि उन्होने टिप्पर में शराब की दुकान खोलकर युवा पीढ़ी को नशे की दलदल में धकेलने का काम किया है.
पूर्व सैनिकों ने आरोप लगाया है कि पिछले पंद्रह सालों में पूर्व विधायक केवल महिला मंडलों के शिलान्यास व उद्घाटन ही करते रहे. उन्होने आरोप लगाया कि जब साथ लगते कुटलैहड़ विधानसभा में केंद्रीय स्कूल खुल सकता है तो बड़सर में क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक ने अपने घर के नजदीक लंयाणा में विश्राम गृह बना दिया जिसकी वहां कोई जरूरत नहीं थी. इसके साथ ही पूर्व सैनिकों ने पूर्व विधायक पक भाजपा के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है.