श्रीनगर: पुख्ता सुरक्षा के बीच कश्मीर में जी- 20 टूरिज्म ग्रुप की बैठक आज से शुरू हो रही है. भारत ने बैठक से पहले अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि यहां आकर लोग देखेंगे कि धरती पर स्वर्ग कैसा होता है. आतंकी साजिश के अलर्ट के बाद सुरक्षा के बेहद कड़े इंतज़ाम किए गए हैं.
G20 की टूरिज्म डेलिगेट्स वर्किंग ग्रुप की बैठक में पूरे क्षेत्र के सतत विकास को लेकर विस्तार से चर्चा होगी. श्रीनगर शहर के कुछ हिस्सों और शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर या SKICC की ओर जाने वाली सड़कों को शानदार रूप दिया गया है, जहां G20 बैठक होनी है.
इस बार आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी होगी सबसे अधिक
जी20 के चीफ कॉर्डिनेटर हर्षवर्धन शिंगा ने कहा कि भारत अपनी जी20 अध्यक्षता के आधे रास्ते पर है. अब तक देश भर में 118 बैठकें हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि पर्यटन पर पहले की दो बैठकों की तुलना में श्रीनगर बैठक में सबसे अधिक प्रतिभागी आए हैं.
बैठक में जी20 के सदस्य देशों के लगभग 60 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि श्रीनगर कार्यक्रम के लिए सबसे अधिक प्रतिनिधि सिंगापुर से आ रहे हैं. विशेष आमंत्रित अतिथि देशों के प्रतिनिधि भी बैठक में भाग ले रहे हैं.
ड्रोन से रखी जाएगी निगरानी
बैठक से पहले श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मरीन कमांडो और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्डों को जमीन से हवा में सुरक्षा कवर के हिस्से के रूप में तैनात किया गया है. ड्रोन रोधी इकाइयों को सक्रिय कर दिया गया है और संवेदनशील स्थानों और प्रतिष्ठानों पर राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं.
सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम
सेना, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सशस्त्र सीमा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के हजारों जवान इन खबरों के बीच सुरक्षा ग्रिड का हिस्सा हैं कि आतंकवादी कश्मीर में जी20 कार्यक्रम को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं.
पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है और श्रीनगर के बुलेवार्ड रोड पर किसी भी ट्रैफिक को चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. G20 प्रतिनिधियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले मार्ग पर यातायात की आवाजाही पर भी प्रतिबंध है. लाल चौक क्षेत्र के दुकानदारों को विशेष पास जारी किए गए हैं ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपनी दुकानें खोल सकें.
मेहमानों के स्वागत में कश्मीरी लोकनर्तकियों ने नृत्य किया पेश
ललित ग्रैंड होटल में मेहमानों के स्वागत में कश्मीरी लोकनर्तकियों ने कश्मीर के मशहूर लोकगीत कराल कूरी काला करेई कुसमन पर कश्मीरी नृत्य रौफ पेश किया.