रांची. आजसू पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने कहा है कि एचइसी झारखंड की पहचान ही नहीं धरोहर है. एचइसी को बेचने की जो प्रक्रिया चल रही है, उसमें केन्द्र सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि एचइसी को बेचने का विचार छोड़कर कैसे एचइसी को अच्छे ढंग से चलाया जाए, इसपर विचार करना चाहिए.
एचइसी को बेचा गया तो यहां के विस्थापितों आदिवासियों-मूलवासियों के साथ विश्वासघात होगा, जिन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए एचइसी को जमीन दी थी. उनके साथ धोखा होगा.
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एचइसी के मशीनों का आधुनिकीकरण कर उत्पादन बढाकर रोजगार के अवसर प्रदान करने पर बल दिया जाना चाहिए. ताकि झारखंड के बेरोजगार युवकों को नौकरी मिले. एचइसी को मातृ कारखाना कहा जाता है. एचइसी ने देश के रक्षा उपकरण के निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दिया है. युद्ध के मैदान से लेकर अंतरिक्ष तक हर मोर्चा को फतह किया है. इसके इस कार्य को नहीं भूला जा सकता है. इसे बचाने के लिए सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए.