परागपुर (कांगड़ा). संत निरंकारी मण्डल दिल्ली की ओर से पंजाब के आनंदपुर साहिब से प्रचारक महात्मा मेला सिंह ने कहा कि विनम्रता और सहनशीलता ही संतों की निशानी होती है. निरंकारी मिशन के सतगुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज भी विश्व में ज्ञान की रोशनी से मनों में बसे काम, क्रोध, लोभ, मोह व अहंकार को मिटा कर प्यार नम्रता, भाईचारा के दीपक जगा कर जीवन को आनंदमयी बना रहीं हैं.
महात्मा मेला राम ख़ैरियां, परागपुर, डाडासीबा, बरनाला में निरंकारी समागमों में प्रवचन देने के बाद बड्डलठोर में सन्त समागम में प्रवचन दे रहे थे. उन्होंने कहा कि सतगुरु की शरण में आने के बाद सभी भ्रमों से मुक्ति मिल जाती है और सभी प्राणियों से प्यार की भावना पैदा हो जाती है. समागम में बड्डलठोर के मुखी महात्मा बलदेव निरंकारी, संचालक महात्मा सोम राज, आनंदपुर साहिब से आये महात्मा संदीप कुमार, शाम सिंह, सुमन, कृष्णा अत्री, हरबंस कौर, अर्जुन दास ने भी विचारों व भजनों से निरंकार का गुणगान किया. उपरोक्त जानकारी मिशन के सहायक मीडिया प्रभारी आरती कशयप ने दी.