नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विकसित भारत @ 2047 वॉयस ऑफ यूथ कार्यशाला को वर्चुअली संबोधित किया. PM ने कहा, ”यह भारत के इतिहास का वह दौर है जब देश लंबी छलांग लगाने जा रहा है. हमारे आसपास ऐसे कई देशों के उदाहरण हैं, जिन्होंने एक निश्चित समय में इतनी लंबी छलांग लगाकर अपना विकास किया है.
इसीलिए मैं कहता हूं कि यह भारत के लिए सही समय है.’ हमें इस अमर समय के हर पल का लाभ उठाना है. हमें एक भी क्षण नहीं गंवाना चाहिए.”
पीएम ने आगे कहा, “मैं उन सभी राज्यपालों को विशेष रूप से बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने विकसित भारत के निर्माण से संबंधित इस कार्यशाला का आयोजन किया है. आप उन लोगों को एक मंच पर लाए हैं जिन पर देश की युवा शक्ति को दिशा देने की जिम्मेदारी है. शिक्षण संस्थानों की भूमिका व्यक्तियों का विकास करना है और व्यक्तिगत विकास से ही राष्ट्र का निर्माण हो सकता है. आज के युग में भारत में व्यक्तित्व विकास का अभियान बहुत महत्वपूर्ण हो गया है.”
हमारे सामने 25 साल का अमृतकाल- PM मोदी
पीएम मोदी ने विकसित भारत के निर्माण को लेकर कहा कि ये अमृतकाल वैसा ही है, जैसे हम अक्सर परीक्षाओं के दिनों में देखते हैं. विद्यार्थी परीक्षा में अपने प्रदर्शन को लेकर बहुत आत्मविश्वासी होते हैं. मगर फिर भी वो अंतिम समय तक कोई कसर बाकी नहीं छोड़ते. जब परीक्षा की तारीखें आ जाती है, तो ऐसा लगता है कि पूरे परिवार की परीक्षा की तारीख आ गई है. हमारे लिए भी देश के नागरिक के तौर पर परीक्षा की डेट डिक्लेयर हो चुकी है. हमारे सामने 25 साल का अमृतकाल है. हमे चौबीसों घंटे इसी अमृतकाल और विकसित भारत के लक्ष्यों के लिए काम करना है.