नई दिल्ली. मध्यप्रदेश में बिना परीक्षा दिए छात्रों को परिणाम-पत्र बांटे जाने का मामला सामने आया है. आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) द्वारा आयोजित परीक्षा में 1200 छात्रों को बगैर परीक्षा दिए परिणाम-पत्र बांटने के आरोप लगाये हैं. पार्टी का दावा है कि उसके पास इसे साबित करने के लिए पर्याप्त दस्तावेज भी मौजूद हैं.
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि मध्यप्रदेश में एनआइओएस के तीन केन्द्रो पर घोटाले हुए हैं. पार्टी ने इसे व्यावसायिक परीक्षा मंडल(व्यापमं) से भी बड़ा घोटाला करार दिया है.
शुक्रवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेस में आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने कहा कि राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में घोटाले अब भी जारी हैं. अभी हाल ही में एनआइओएस का घोटाला सामने आया है, जिसमें 1200 छात्र बिना परीक्षा दिए हुए ही पास हो गए.
आम आदमी पार्टी यह मांग करती हैं की इस पुरे घोटाले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए।
और दोषियों को सख्त सज़ा होनी चाहिए।#EkAurVyapam pic.twitter.com/Wevb18M1O8— AAP Bhopal (@AAPBhopal) September 8, 2017
उन्होंने दावा किया कि उनके पास सारे दस्तावेज मौजूद हैं जो गड़बड़ी साबित करने के लिए पर्याप्त है.
आलोक अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेस में दस्तावेज के हवाले से कहा कि एनआइओएस के 3 ऐसे केन्द्र हैं जहां 1200 छात्रों ने परीक्षा में भाग ही नहीं लिया, लेकिन जब परिणाम आया तो सबको पास कर दिया गया था. इससे साबित होता है कि अरबों रुपये देकर फर्जी परीक्षा परिणाम बनवाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि एक अफ्रीकी छात्र जिसने भिंड के एक स्कूल में साल 2015 में दाखिला लिया था, उसे हिन्दी में 56 अंक मिलना शक पैदा करता है.
अग्रवाल ने कहा कि मध्यप्रदेश में एनआइओएस के 280 केन्द्र हैं और यह घोटाला सिर्फ तीन केन्द्र तक ही सीमित नहीं है. उन्होंने मांग की है कि जिन तीन केन्द्रों के बारे में साक्ष्य प्रस्तुत किए गए हैं, वहां के प्रबंधकों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए ताकि इसके सूत्रधार तक पहुंचा जा सके. उन्होंने इस मामले की जांच कोर्ट की निगरानी में गठित स्पेशल जांच टीम(एसआइटी) से करवाने की मांग की है. अग्रवाल का आरोप है कि शिवराज सरकार से संरक्षण मिलने के कारण ही इस तरह के घोटाले संभव हो रहे हैं.