मंडी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र जंजैहली एसडीएम कार्यालय की अधिसूचना रद्द होने पर लोगों ने धरना-प्रदर्शन कर रोष का इजहार किया. प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया और जंजैहली बाजार में रैली निकाल कर नारेबाजी की. शुक्रवार को जंजैहली बंद रहा. उमंडलधिकारी नागरिक सुरेंद्र मोहन के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा गया है.
मालूम हो कि जंजैहली में जुलाई 2016 से चल रहे एसडीएम ऑफिस की अधिसूचना माननीय उच्च न्यायालय ने रद्द कर दी है.
लोगों का कहना है कि एसडीएम कार्यालय का बंद होना जनता के साथ नाइंसाफी है, पिछले डेढ़ साल से चल रहे कार्यालय को किसी भी हाल में स्थानांतरित नहीं किया जाए. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि ऐसी स्थिति में आंदोलन उग्र हो सकता है.
कांग्रेस शासन में खुला था एसडीएम ऑफिस
पूर्व की कांग्रेस सरकार के शासन में जंजैहली में एसडीएम कार्यालय शुरू हुआ था. जबकि तहसील कार्यालय थुनाग में है. ऐसे में भाजपा की सरकार आते ही एसडीएम कार्यालय जंजैहली की अधिसूचना रद्द कर, थुनाग में एसडीएम कार्यालय खोलने की अधिसूचना जारी की गई है. जिसको लेकर जंजैहली वासियों में रोष व्याप्त है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी
इस कड़ी में अब अनिश्चितकाल के लिए धरना-प्रदर्शन किए जाने की रणनीति बनाई गई है. कांग्रेस सराज ब्लॉक अध्यक्ष जगदीश रेडी का कहना है कि इससे पहले आंदोलन उग्र हो, सरकार को जंजैहली के पक्ष में निर्णय देने में पहल करनी चाहिए.
वहीं भाजपा सराज महासचिव भीष्म ठाकुर ने बताया कि इस मामले को लेकर कल एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम से मिलने वाला है और उनसे आग्रह किया जाएगा कि जो संस्थान जहां चल रहे हैं उन्हें वहीं रहने दिया जाए, अन्यथा सरकार पर क्षेत्रवाद फैलाने का आरोप लग सकता है.