जोगिंद्रनगर(मंडी). जोगिंद्रनगर में औषधीय पौधों के संरक्षण, संवर्धन एवं खेती हेतु 15 दिवसीय कार्यक्रम शुरू हुआ. आयुर्वेद विभाग हिमाचल प्रदेश में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत 24 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को औषधीय पौधों को उगाने संबंधित पौधशाला एवं कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिससे वह अपने क्षेत्र में संरक्षण संवर्धन कार्य को आगे बढ़ा सकेंगे.
यह प्रशिक्षण हिमाचल प्रदेश के आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों में औषधीय गुणों से भरपूर पौधरोपण को बढ़ावा देने में कारगर होगा. यहां पहुंचे कर्मचारियों में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने का उत्साह देखा जा रहा है. चंबा से आयी श्रीमती नीलम ने बताया कि विभाग ने सही समय पर यह कदम उठाया है इससे बहुत लाभ होगा.
किन्नौर से आये शिव चंद और मूल चंद ने स्थानीय पौधों की जानकारी में प्रशिक्षण को बहुत उपयोगी बताया. उज्जवल शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम 10 जनवरी 2018 को समाप्त होगा. संस्थान का प्रयास है कि प्रतिभागियों के लिए उच्चस्तरीय प्रशिक्षण सुनिश्चित हो.