नई दिल्ली. विदेश मंत्रालय (MEA) ने गुरुवार को कहा कि वह जल्द ही कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जनता के लिए एक नोटिस जारी करेगा, साथ ही कहा कि यात्रा के जल्द ही फिर से शुरू होने की संभावना है। अगर जनता के लिए फिर से शुरू किया जाता है, तो मानसरोवर यात्रा COVID-19 प्रकोप के बाद आयोजित की जाएगी। इससे पहले जनवरी में भारत और चीन दोनों ने यात्रा को फिर से शुरू करने पर सहमति व्यक्त की और सीधी उड़ानें बहाल करने का फैसला किया।
उड़ान संचालन फिर से शुरू होगा
चीन के साथ सीधी उड़ान सेवाओं की बहाली पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हुए हैं कि उड़ान संचालन फिर से शुरू होगा।
जायसवाल ने कहा कि दोनों पक्षों की तकनीकी टीमें उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए तकनीकी व्यवस्थाओं पर विचार कर रही हैं। दोनों नागरिक उड्डयन प्राधिकरणों ने बैठक की है और अद्यतन रूपरेखा सहित प्रासंगिक तौर-तरीकों पर चर्चा कर रहे हैं।
सरकार हर साल जून से सितंबर के बीच उत्तराखंड में लिपुलेख दर्रे (1981 से) और सिक्किम में नाथू ला दर्रे (2015 से) के दो आधिकारिक मार्गों के माध्यम से कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन करती है।