नई दिल्ली: संसद का पांच दिवसीय सत्र शुरू हो चुका है. पहले दिन, पुराने भवन में कार्यवाही चली. लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्चा की शुरुआत की. वहीं, संसद के विशेष सत्र में विपक्षी नेताओं ने सरकार पर जमकर हमला किया.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नेहरू जी का मानना था कि अगर मजबूत विपक्ष नहीं है तो यह ठीक नहीं है. अब जब एक मजबूत विपक्ष है, तो उसे जांच एजेंसियों के माध्यम से कमजोर करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूछा कि ये भारत, इंडिया का मुद्दा कहां से उठ गया है?
हम लोग इंडिया हैं
उन्होंने कहा कि यहां मुझे कम नेताओं को सुनने का मौका मिला. प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जब प्रधानमंत्री थे, तो देश की नींव पड़ रही थी. उन्होंने सभापति से कहा कि आप बहुत दिलदार हैं. आपसे गुजारिश करता हूं कि संजय सिंह और राघव चड्डा को वापस बुला लें.
उन्होंने आगे कहा कि कई लोगों को लगता था कि भारत अंगूठा छाप देश है. हमें बार-बार टोका जाता है कि हमने 70 साल में क्या किया. हमने 70 साल में लोकतंत्र को मजबूती दी. आपके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है तो आप ये ही कह दीजिए.
75 सालों के दौरान इस देश की सूरत बदली
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारे यहां सत्ता का हस्तांतरण बदूंक के दम पर नहीं हुआ. गांधी जी ने जो आजादी दिलाई वह अहिंसा पर थी. इस भवन में 75 सालों के दौरान इस देश की सूरत बदली है. तेजी से बढ़ने के लिए नेहरू जी सबको साथ लेकर चलते थे. उन्होंने अपनी पहली कैबिनेट में विपक्ष के लोगों को शामिल किया. आप तो हमारी परछाई भी नहीं देखना चाहते.
उन्होंने कहा कि नेहरू जी के बारे में कई बातें की गई. जिस व्यक्ति ने 14 साल जेल में बिताए, उसने सत्ता पाने के बाद बड़े-बड़े कारखाने बनाए. उन्होंने कहा कि नेहरू जी ने विपक्ष के नेता को मंत्री बनाया. वे संसद का सम्मान करते थे. वे विपक्ष के नेताओं को ध्यान से सुनते थे. अब तो लोग संसद में आते ही नहीं है. उन्होंने कहा कि नेहरू मानते थे कि मजबूत विपक्ष न होने का अर्थ है व्यवस्था में कमी. अब मजबूत विपक्ष है तो उसके घर ईडी सीबीआई भेजी जाती है.
खरगे ने मणिपुर को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री देश के हर इलाके में जाते हैं, लेकिन वे मणिपुर क्यों नहीं जाते?
सदन ने देश को बहुत कुछ दिया
वहीं, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि इस सदन ने देश को बहुत कुछ दिया है. इस सदन से ही बैंक का सरकारीकरण हुआ था. इस सदन से आईटी के एरिया में क्रांति हुई. डिजिटल इंडिया, पंचायती राज को लाने वाले राजीव गांधी थे. देश में समाजिक क्रांति लाने का काम राजीव गांधी ने किया था. सूचना का अधिकार लाने का काम कांग्रेस सरकार ने किया था. मनेरगा का कानून लाने का काम कांग्रेस सरकार ने किया था.
चौधरी ने कहा कि चंद्रयान को लेकर चर्चा चल रही थी, मैं कहना चाहता हूं कि 1946 में जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में परमाणु अनुसंधान समिति का गठन किया गया था. वहीं से हम आगे बढ़े और 1964 में इसरो का विकास किया. आज हम इसरो को क्या कहेंगे, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन नहीं तो क्या कहेंगे? ये भारत, इंडिया का मुद्दा कहां से उठ गया है?