नई दिल्ली. जमीनी मामले में 11 साल से अधिकारियों के सामने चक्कर लगा रहे एक युवक ने डीएम चैंबर में जहर खा लिया. जिसके बाद डीएम ने अपनी कार से उसे जिला अस्पताल पहुंचाया.
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के नानपारा तहसील अंतर्गत कोटवा गांव निवासी योगेंद्र कुमार सोनकर सोमवार दोपहर बाद अपनी मां शांती देवी पत्नी स्वर्गीय रामकुमार के साथ कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी अजयदीप सिंह के कार्यालय पहुंचा, जहां प्रार्थना पत्र देने के बाद ही युवक ने सल्फास खा लिया. युवक ने कहा कि वह 11 साल से चक्कर लगा रहा है और अब तक उसे न्याय नहीं मिला है. नानपारा तहसीलदार विपक्षियों का पक्ष लेकर रोड़े अटका रहे हैं.
शिकायत में पीड़ित ने कहा कि सितंबर 2006 कृषि योग्य भूमि पर मेड़बंदी की गई थी. जिसे कुछ लोगों ने तोड़ दिया था. एसडीएम नानपारा के आदेश पर दोबारा मेड़बंदी की गई. लेकिन इसके बाद भी विपक्षियों ने तोड़कर छप्पर रख लिया. जिसके बाद उसने जिला स्तर पर पैरवी शुरू की.
तहसील कार्यालय पहुंचे पीड़ित के साथ तहसीलदार ने बदतमीजी की. जिसके बाद उसने डीएम को प्रार्थनापत्र सौंप कर उसने सल्फास खा लिया. युवक के सल्फास खाने के बाद हडकंप की स्थिति रही. आनन-फानन में डीएम ने अपनी कार से उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया.