मंडी(धर्मपुर). प्रदेश के आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के गांव चंजयार में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर झूलने से मौत हो गई. इसे लेकर मृतका के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना की आड़ में हत्या करने का आरोप लगाया है. वही ससुराल पक्ष ने इसे आत्महत्या बताया है.
शव परिवार वालों को दिया
पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामला दर्ज कर सरकाघाट अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है. मिली जानकारी अनुसार धवाली पंचायत के चंजयार गांव में अनु देवी (33) पत्नी शशि कुमार की आज सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतका के भाई संतोष कुमार व सुरेश कुमार ने आरोप लगाया बहन की मौत की सूचना उन्हें आज सुबह उसके जीजा ने खुद उनके गोरत स्थित घर में आ कर दी.
जब उन्होंने इसे पुलिस को सूचित करने को कहा तो उसने मना कर दिया और कहा कि पुलिस में शिकायत नहीं करनी है. फिर दोनों भाइयों ने पुलिस को सूचित किया. इस दौरान अन्य गांव वाले भी वहां एकत्रित हो गए और ससुराल रवाना हो गए जहाँ उन्होंने बहन की लाश को नीचे फर्श पर रखा हुआ था. उन्होंने कहा कि वहाँ पहुँचने पर जीजा ने बताया की आपकी बहन ने फंदा लगाकर जान दे दी है.
कई वर्षों से प्रताड़ित करने का लगाया आरोप
मृतका के भाइयों ने डीएसपी के माध्यम से SP मंडी को भेजे ज्ञापन में कहा है कि ससुराल पक्ष द्वारा उनकी बहन से पिछले 16 वर्षों से दहेज को लेकर प्रताड़ना की जाती थी और इसे लेकर ही ससुराल द्वारा उसका गला घोंटकर हत्या की गई है. अगर आत्महत्या की होती तो वह पुलिस को बुलाते, मायका पक्ष को बुलाते या गांव वालों की मौजूदगी में ही शव को नीचे उतारते.
निर्दोष है परिवार
उधर, मृतका के पति धवाली ग्राम पंचायत के उप प्रधान शशि कुमार ने कहा कि उनका परिवार निर्दोष है. पत्नी की कुछ दिनों से मानसिक दशा ठीक नहीं थी. इसीको लेकर उस ने फंदा लगाकर जान दे दी है. मृतका अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी छोड़ गई है.
रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा
मामले की जांच कर रहे डीएसपी सरकाघाट करण सिंह गुलेरिया ने कहा कि पुलिस हर एक पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है. मौत के कारणों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही सही पता चल सकेगा. उसी के बाद ही विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज किया जा सकता है. मृतका का अतिंम संस्कार कर दिया गया है. गौरतलब है कि मृतका के माता-पिता की भी कुछ अरसा पहले मौत हो गई थी. एसपी को ज्ञापन सौंपने वालों में मृतका के भाई सुरेश कुमार ,संतोष कुमार, चाचा चमनलाल सहित दो दर्जन मायका पक्ष के लोग भी मौजूद थे.