नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तीन भारत रत्न सम्मानों की ओर घोषणा की. X पहले ट्विटर पर तीन अलग-अलग पोस्ट शेयर करते हुए पीएम मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री पामुलपर्थी वेंकट नरसिम्हा राव (पीवी नरसिम्हा राव), चौधरी चरण सिंह (Bharat Ratna Chaudhary Charan Singh) और हरित क्रांति के जनक कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का ऐलान किया. भारत रत्न के ऐलानों के पीछे भाजपा की 2024 की चुनावी रणनीति भी साफ दिख रही है.
देश के इतिहास में पहली बार
देश के इतिहास मे यह पहला मौका है जब एक साल में पांच भारत रत्न सम्मान का ऐलान किया गया है इससे पहले भाजपा के कद्दावर नेता लाल कृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न देने का ऐलान किया जा चूका है.
चौधरी चरण सिंह
उत्तर प्रदेश के मेरठ के नूरपूर में 1902 में एक किसान परिवार में जन्मे खाटी किसान नेता चरण सिंह ने 1937 में अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत 1937 में छपरौली विधानसभा की थी और दो बार (पहली बार में 1967 में और फिर 1970) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे, बाद में 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक भारत के प्रधान मंत्री रहे.
चैधरी चरण सिह के आसरे भाजपा साध रही है 2024
चरण सिंह को भारत रत्न देने का फायदा भाजपा को 2024 के चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई लोकसभा सीटों पर मिलेगा. किसानों की भाजपा के प्रति जारी नाराजगी भी इससे कम तो होगी ही साथ ही उनके पोते चौधरी जयंत सिंह से जारी भाजपा की गठबंधन की बातचीत भी इसके साथ ही लगभग पक्की हो जाएगी.
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देकर भाजपा की केंद्र सरकार ने एक तरह से जयंत चौधरी के लिए पक्की सड़क बना दी है जिससे वो बगैर किसी उहा-पोह की स्थिति के भाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं. इससे पहले भाजपा के साथ जाने मे जयंत का राष्ट्रीय लोकदल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटों के साथ-साथ राजनीतिक रूप से भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था.
भारत रत्न सम्मान के बाद के एक प्रेस वार्ता में जयंत चौधरी से भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि “अब वो किस मुंह से मना कर सकते हैं”. जानकार बताते हैं कि जयंतो को भाजपा दो लोकसभा सीटों के साथ ही एक राज्यसभा की सीट और उनके लिए केंद्र में मंत्री का पद तो उनकी पार्टी के लिए एक मंत्री पद उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में देने के लिए लगभग तैया हो गई है. लेकिन जारी बातचीत में जयंत चार लोकसभा सीटों की मांग कर रहे हैं जिसको लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है, हालांकि इस बात की प्रबल संभावना है कि 12 फरवरी को स्वर्गीय अजीत सिंह की जन्म जयंती के दिन भाजपा एवं आरएलडी के बीच गठबंधन का ऐलान हो सकता है.
क्या बोले प्रधान मंत्री
पीएम मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के बड़े नेता चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के बारे में लिखा कि “”हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है.
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की. वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे. हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है.”