शिमला: देशभर में बीते दिनों से भारी बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए है. मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों तक आसमान से कहर बनकर बारिश बरस रही है. उत्तर भारत में भारी बारिश के बाद मची इस तबाही के बाद 41 और लोगों की जाने गयी है.
राहत और बचाव अभियान तेज करने के लिए सेना और एनडीआरएफ की कई टीम को तैनात किया गया है. आफत की इस बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में मचाई है. हालात इतने खराब हैं कि लोगों को रेस्क्यू करने के लिए NDRF के साथ-साथ सेना को भी उतारना पड़ा. इस वक्त हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में बारिश के बाद हालात बेकाबू बने हुए हैं.
चार राज्यों में NDRF की 39 टीमें तैनात
भारी बारिश के मद्देनजर पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में एनडीआरएफ की 39 टीमें तैनात तक दीं गई हैं. पंजाब में 14 टीमें, हिमाचल प्रदेश में 12 टीमों को तैनात किया गया है. हरियाणा में 5 और उत्तराखंड में 8 टीमें राहत पहुंचा रही है. हरियाणा में यमुना नदी का पानी करनाल के कई गांवों में घुस गया है. यहां एसडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है.
अमरनाथ यात्रा सस्पेंड, हजारों श्रद्धालु फंसे
खराब मौसम और लैंडस्लाइड की वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे बंद हो गया है. इस वजह से आज अमरनाथ यात्रा निलंबित रहेगी. तीर्थयात्रियों का कोई भी जत्था जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना नहीं होगा. जम्मू में 7 हजार से ज्यादा यात्री फंसे हुए हैं. वहीं, 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालु रामबन के चंद्रकोट आधार शिविर में फंसे हैं. प्रशासन हाइवे पर क्षतिग्रस्त हिस्सों की पूर्ण बहाली के लिए काम कर रहा है.
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है. इस वक्त यमुना का जलस्तर 206.24 मीटर है, जो खतरे के निशान से काफी ऊपर है. यमुना के निचले इलाकों में रहने वालों को हिदायत दी गई है. क्षेत्र में कई सड़कें और आवासीय इलाके पानी में डूब गए हैं.
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पूरी तरह बंद
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी से लेकर कुल्लू तक जगह-जगह लैंडस्लाइड हुआ है. हाइवे अब पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. सैकड़ों गाड़ियां कुल्लू और मनाली में फंसी हैं. हरियाणा में सतलुज और घग्गर नदियों के पास के पास खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंच रहा है.