सोलन. क्षेत्रीय अस्पताल के समीप नगर परिषद ने वाटर एटीएम इस उदेश्य से लगाया था कि रोगियों और उनके साथ आए तीमारदारों को साफ़ और स्वच्छ पानी मिलेगा. वाटर एटीएम पर कुछ दिनों तक नगर परिषद की ओर से कर्मचारी भी बिठाया गया. यही नहीं लोगों के लिए एटीएम कार्ड भी बनाए गए जिसमे वह पैसे डालकर कभी भी पानी ले सकते थे, लेकिन जब से नगर परिषद को पैसा मिला है वह पैसे को डकार कर एटीएम बंद कर बैठ गई है.
इस पर लोगों ने रोष प्रकट किया कि नगर परिषद ने लाखों रूपये वाटर एटीएम पर खर्च किए है, लेकिन उसके बावजूद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. इस लिए उन्होंने नगर परिषद से आग्रह किया है कि वाटर एटीएम को जल्द शुरू किया जाए, ताकि लोगों को स्वच्छ पानी पीने के लिए मिल सके.
वहीं नगर परिषद के मनोनीत पार्षद अमन सेठी ने कहा कि नगर परिषद अपने ही पार्षद को ठगने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद ने उनसे वाटर एटीएम के नाम पर पैसे ले लिए लेकिन लोगों को पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है. जिसके लिए वह कई बार नगर परिषद को शिकायत कर चुके है.
दीनदयाल अन्तोदय योजना के अंतर्गत सोलन शहर में वाटर एटीएम लगाए गए है. जिसमे बतौर सलाहकार कार्य कर रहे नागेश्वर ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि नगर परिषद की ओर से जो धनराशि इस कार्य के लिए दी गई थी वह 10 माह में खर्च की जा चुकी है. इसके इलावा जिस कर्मचारी को एटीएम पर तैनात किया गया था वह छोड़ कर जा चुका है. अब नए कर्मचारी की तलाश की जा रही है. जैसे ही कोई कर्मचारी मिल जाएगा वाटर एटीएम को फिर से चालू कर दिया जाएगा.