नई दिल्ली. राज्यसभा में नोट के विभिन्न आकार के मुद्दे पर भारी हंगामा देखने को मिला. इसके बाद मंगलवार को शुरूआत के एक घंटे में ही सदन को चार बार स्थगित करना पड़ा.
कांग्रेस के सांसद कपिल सिब्बल ने हजार और पांच सौ के अलग-अलग आकार के दो तरह के नोटों का राज्यसभा में मुद्दा उठाया. सिब्बल के ऐसा बोलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता सभापति तक पहुंच गये. उनका समर्थन अन्य विपक्षी दलों के साथ तृणमूल कांग्रेस ने भी किया. मौके पर जदयू के सांसद भी कांग्रेस का साथ देते नजर आये. शरद यादव के हाथ में भी 500 के नोट दिखे. मालूम हो कि हाल ही में जदयू ने भाजपा के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनायी है.
कपिल सिब्बल ने कहा “हमने आज नोटबंदी के कारण को खोज लिया है” उन्होने कहा “दो तरह के नोट छापे गए एक सत्तारूढ दल के लिए और एक अन्य लोगों के लिए.” इसके साथ ही तृणमूल कांंग्रेस के सांसद डेरेक ‘ओ’ ब्रायन ने भी हाथों में 500 के नोट लिए वित्त मंंत्री अरूण जेटली को आकार के अंतर को दिखाने के लिए आगे बढ़े.
कांग्रेस के विरोध पर अरूण जेटली ने कहा कि यह जीरो आवर का दुरुपयोग है. उन्होने इस पूरे प्रकरण को एक ‘तुच्छ’ विषय बताया.
वहीं, कांग्रेस के गुलाम नवी आजाद ने नोटबंदी को सदी का सबसे बड़ा घोटला बताया.
बाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि अगर दो तरह के नोट जारी किए गए थे तो इसकी जानकारी आरबीआई ने अपनी वेबसाइट पर क्यों नहींं डाली.
बता दें कि आरबीआई के मानक के अनुसार 500 के नोट की लंबाई 150 एमएम तथा चौड़ाई 66 एमएम निर्धारित की गई है. वहीं, दो हजार के नोट की लंबाई और चौड़ाई क्रमश: 166एमएम तथा 66एमएम है.