बिलासपुर. पंचायत टाइम्स की टीम हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017 के कवरेज के लिये सोलन, सिरमौर, हमीरपुर होते हुए रविवार की शाम बिलासपुर पहुंची. यहां घुमारवीं विधानसभा से हमारी टीम की विशेष संवाददाता सीमा शर्मा ने कांग्रेस के प्रत्याशी और हिमाचल के सीपीएस राजेश धर्माणी से लाइव बात-चीत कर इस क्षेत्र के राजनीतिक समीकरणों को समझने की कोशिश की.
इस्तीफे पर सवाल-जवाब
बागियों के सवाल पर कांग्रेस की मजबूत स्थिति का जिक्र करते हुए राजेश अपनी जीत की उम्मीद जताते हैं. अपने सीपीएस पद से इस्तीफे की चर्चा से पहलेपहल बचते हुए वह कांग्रेस की उपलब्धियों का जिक्र करते हैं. उसके बाद कोर्ट के फैसलों को हवाला देते हुए कहते हैं कि संवैधानिक तौर पर कोई ऐसी व्यवस्था नहीं है कि संसदीय मुख्य सचिव अपनी कोई सार्थक भूमिका निभा सके, यह कहते हुए वह अपने इस्तीफे को सैद्धांतिक स्तर पर सही ठहराते हैं.
‘भाजपा में शामिल होने’ पर चर्चा
भाजपा में शामिल होने की खबरों पर सीधा जवाब देते हुए वह कहते हैं कि भाजपा में मौजूद मेरे कुछ दोस्तों को ऐसा मानना था कि मैं उनके साथ आ जाऊं लेकिन कांग्रेस से मेरा जुड़ाव इतना पुराना है कि मैं इस बारे में सोच भी नहीं सकता.
गिनाईं उपलब्धियां
5 साल के कांग्रेस के कार्यकाल के बारे में वह कहते हैं कि हमने भाजपा के मुकाबले 100 गुना अच्छा काम किया है, चाहे स्वास्थ्य सुविधायें हो या कॉलेज में नये कोर्स खोलने की बात हो या अग्निशमन केंद्र खोलने की या फिर बस सुविधा की लगभग हर विषय पर बात करते हुए वह कांग्रेस की उपलब्धियां गिनाते हैं. फिर महिलाओं के लिये अस्पताल को अपनी प्राथमिकता बताते हुए वह कहते हैं कि विधायक बनते ही वह सबसे पहले यही काम करना चाहेंगे.