चंबा. प्रदेश में कोई भी सरकार आने से पहले वहां के लोगों से सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं देने का वादा तो करती है लेकिन सत्ता में आने के बाद उन सभी वादों को दरकिनार कर दिया जाता है ऐसा ही हाल स्वास्थ्य सेवाओं का भी है.
चंबा जिला के चूड़ी गांव की बात करें तो साल 1979 में यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था, लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद अभी भी स्वास्थ्य केंद्र उसी भवन में चल रहा है.
इस समुदायक स्वास्थ्य केंद्र में हर प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं मौजूद है लेकिन उन सब का फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा है. नये भवन निर्माण न होने की वजह से यहां पर रखी लाखों रूपये की एक्सरे मशीन भी धुल फांक रही है.
साल 1979 के बाद की सरकारें आई और चली गई लेकिन कोई भी इस स्वास्थ्य केंद्र के लिए नए भवन के निर्माण के लिए नई जगह का चयन नहीं कर पाया. भवन की इमारत में दरारें पड़ चुकी है और उसकी जर्जर हालत है. अब तो ऐसा लगता है की भवन की इमारत भगवान के सहारे टिकी हुई है. अगर समय पर नए भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो यहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है.