मंडी. शनिवार रात 1 बजे के करीब नेशनल हाईवे पर सारी परिस्थितियां हर दिन की तरह सामान्य थी. इस रास्ते पर पर आने-जाने वाली बसें-ट्रक वगैरह रोज की तरह गुजर रहे थे.
इन्ही में से दो यात्री बसे सड़क किनारे एक चाय की दुकान पर रुकी थीं. सबसे पहले इन्ही बस चालकों में से एक ने पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर लुढ़कते हुए नीचे आते देखा.
उसने जल्दी से अपने आस-पास मौजूद लोगों को भागने के लिये कहा. इतने में बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर गिरनी शुरू हो गयीं और देखते ही देखते दोनों यात्री बसें इस भूस्खलन की चपेट में आ गयीं.
पहाड़ से चट्टानों का गिरना इतनी तेजी से शुरू हुआ कि आस-पास 1 किलोमीटर तक उलका मलबा बिखरा हुआ है. फोटो देखने सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह हादसा कितना बड़ा है.
पिछले कई दिनों से इस हाईवे पर लगातार भूस्खलन जारी है. इसके बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया था.