गांधीनगर : पीएम मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में शामिल होने आए तमाम देशों का धन्यवाद किया है. उन्होंने इस मौके पर कहा कि हमने लक्ष्य रखा है कि जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तब तक यह विकासशील नहीं बल्कि एक विकसित देश होगा. उन्होंने कहा कि आज इसलिए ये 25 साल का कार्यकाल भारत का अमृत काल है.
पीएम मोदी ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात समिट आर्थिक विकास और निवेश के लिए ग्लोबल प्लेटफॉर्म बन गया है. भारत और यूएई ने फूड पार्क के विकास, नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग और हेल्थकेयर में निवेश के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने बताया कि भारत के बंदरगाह बुनियादी ढांचे के लिए यूएई की कंपनियां अरबों डॉलर के निवेश पर सहमत हुई हैं. भारत और यूएई अपने रिश्ते को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं.
“भारत और UAE के संबंध और मजबूत हो रहे हैं”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि दोस्तों, यूएई के राष्ट्रपति बिन जैद का इस आयोजन में शामिल होना हमारे लिए बेहद खुशी की बात है. वाइब्रेंट गुजरात के इस समिट में उनका यहां चीफ गेस्ट के तौर पर होना है भारत और यूएई के दिनों दिन मजबूत होते आत्मीय संबंधों का प्रतीक है. भारत को लेकर उनका विश्वास और उनका सहयोग बहुत ही गर्मजोशी से भरा हुआ है. वाइब्रेंट समिट अब ग्लोबल प्लेटफॉर्म बन गई है. इस समिट में भी भारत औऱ यूएई ने फूड पार्क के लिए, रिन्यूलेबल रीसोर्स के लिए कई समझौते किए हैं.
“चेक गणराज्य से भी भारत के रिश्ते और मजबूत हुए हैं “
उन्होंने कहा कि भारत के लिए गर्व की बात है कि हमारी जी 20 प्रेसिंडेंसी में अफ्रीकन यूनियन को स्थाई सदस्यता मिली है. प्रेसीडेंट यूसी की इस यात्रा से भारत और अफ्रीका की घनिष्ठा और बढ़ी है. चेक रिपब्लिक लंबे समय से वाइब्रेंट समिट से जुड़ा हुआ है. भारत और चेक के बीच ऑटोमोबाइल, मैन्यूफेंक्चरिंग सेक्टर और अन्य सेक्टर में लगातार सहयोग बढ़ रहा है. आपकी इस यात्रा से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे.
दुनिया में विश्वास की किरण बनकर उभरा भारत- PM
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जबकि 10 साल पहले भारत 11वें स्थान पर था. आज दुनिया की हर प्रमुख रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी बन जाएगा. उन्होंने कहा कि एक ऐसे समय में जब विश्व अनेक अनिश्चितताओं से घिरा हुआ है. तब भारत दुनिया में विश्वास की एक नई किरण बनकर उभरा
लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने दुनिया में बदल रहे वर्ल्ड ऑर्डर की बात की. प्रधानमंत्री ने करहा कि आज तेजी से बदलते हुए वर्ल्ड आर्डर में भारत विश्वमित्र की भूमिका में आगे बढ़ रहा है. भारत ने विश्व को ये भरोसा दिया है कि हम साझा लक्ष्य तय कर सकते हैं, अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं. विश्व कल्याण के लिए भारत की प्रतिबद्धता, निष्ठा, प्रयास और भारत का परिश्रम आज की दुनिया को ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध बना रहा है.