नई दिल्ली. संसद के बजट सत्र से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन तलाक को पारित करवाना अपनी प्राथमिकता करार दिया. उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजदू भी तीन तलाक संसद में हम पारित नहीं करवा पाए. मैं आशा करता हूं और मैं देश के सभी राजनीतिक दलों को विनम्र आग्रह करता हूं कि इस सत्र में, तीन तलाक महिलाओं के, विशेष करके मुस्लिम महिलाओं के हक की रक्षा करने वाले इस निर्णय को हम सब पारित करें और 2018 के नये वर्ष की एक उत्तम भेंट सौगात, हमारी मुस्लिम महिलाओं को हम दें.
पीए ने कहा कि बजट सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। पूरा विश्व जब भारत की अर्थव्यवस्था के प्रति बहुत ही आशावान है. भारत की राह, भारत की प्रगति पर विश्व की सभी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों खासकर वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ भी बहुत ही सकारात्मक अपने ओपिनियन देती रही हैं.
यह बजट देश की तेज की गति से आगे बढ़ रही अर्थव्यवस्था को एक नई ऊर्जा देने वाला, देश के सामान्य से सामान्य मानव की आशा-अपेक्षाओं को पूर्ण करने वाला बजट आएगा और बजट के बाद एक महीने भर भिन्न भिन्न कमेटियों में बजट की विषद चर्चा होती है. अनुभव यह है कि उन कमेटियों में दल से ऊपर देश होता है. सभी दल के लोग सत्तापक्ष के लोग भी कमियां उजागर करते हैं और विपक्ष के बंधू उसकी खूबियों को उजागर करते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि रविवार को जब ऑल पार्टी मीटिंग हुई तो मैंने आग्रह किया है कि हम इस महीने की जो चर्चा सत्र रहता है,कमिटियों के अंदर उसका भरपूर उपयोग करे, और बजट का सर्वाधिक लाभ देश के सामान्य मानव तक कैसे पहुंचे ? दलित, पीडि़त, शोषित, वंचित को कैसे मिले ? गांव गरीब को कैसे मिले ? किसान मजदूर को कैसे मिले ? इस पर हम व्यापक चिंतन करें, सकारात्मक सुझाव दें और रोडमैप बना करके हम आगे बढ़े.