मंडी. लाल और हरे रंग की टोपियों को लेकर प्रदेश में जो सियायत शुरू हुई है उसका कोई खास असर राहुल गांधी की रैली में देखने को नहीं मिला. राहुल गांधी ने मंडी में जहां कांग्रेस की पहचान मानी जाने वाली हरे रंग की टोपी पहनी वहीं उन्होंने लाल रंग की टोपी को भी थोड़ी देर के लिए अपने सिर पर सजाए रखा. हालांकि यह लाल रंग की टोपी वैसी नहीं थी जैसे भाजपा के नेता पहनते हैं. राहुल गांधी जब मंच पर आए तो उन्होंने प्रथम पंक्ति में खड़े सभी नेताओं से हाथ मिलाया और उनका हालचाल जाना.
सुख्खू ने जो टोपी पहनाई उसमें लाल रंग का डिजाईन था. राहुल गांधी ने इस टोपी को भी पहना. उसके बाद उन्हें किन्नौर के विधायक से किन्नौरी टोपी पहनी लेकिन जब उनके संबोधन की बारी आई तो उन्होंने सिर पर रखी टोपी को उतार दिया.
विद्या स्टोक्स के पास राहुल थोड़ी ज्यादा देर तक रूके और उसके बाद सीएम वीरभद्र सिंह से मिले. सीएम वीरभद्र सिंह ने राहुल गांधी को सबसे पहले सम्मानित किया और उन्हें हरे रंग की टोपी पहनाने के साथ शॉल और एक स्मृति चिन्ह भेंट किया. इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह ठाकुर ने मंडी और सुंदरनगर जिलों के अध्यक्षों के साथ मिलकर राहुल गांधी को सम्मानित किया.
इतने में सदर के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री अनिल शर्मा ने धन्यवाद भाषण शुरू कर दिया. राहुल गांधी अनिल शर्मा की बगल में जाकर खड़े हो गये और वहीं पर धन्यवाद भाषण सुनने के बाद अनिल शर्मा से हाथ मिलाया और दिल्ली के लिए रवाना हो गये.