नई दिल्ली: हिंद महासागर में भारत की ताकत और बढ़ चुकी है. चीन और पाकिस्तान को चुनौती देने के लिए आईएनएस इंफाल तैयार है. स्वदेश में निर्मित स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस इंफाल मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में आयोजित समारोह में नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया. इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और भारतीय नौसेना के अधिकारी मौजूद थे.
भारतीय नौसेना की बढ़ेगी ताकत: रक्षा मंत्री
इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए राजनाथ सिंह ने कहा,”आईएनएस इंफाल की सबसे बड़ी ताकत है कि यह पूर्ण स्वदेश में निर्मित की गई युद्धपोत है. आईएनएस इंफाल भारत की नौसेना को और ताकतवर बनाएगा. “रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने अरब सागर में एक जहाज पर हाल ही में हुए ड्रोन हमले को बहुत गंभीरता से लिया है और जिसने भी हमला किया है उसका पता लगाया जाएगा और उससे निपटा जाएगा.
“आजकल समुद्र में अशांति बहुत बढ़ गई है. भारत की बढ़ती आर्थिक और सामरिक शक्ति ने कुछ ताकतों में ईर्ष्या और नफरत भर दी है. अरब सागर में ‘एमवी केम प्लूटो’ पर हाल ही में हुए ड्रोन हमले और पहले हुए हमले को भारत सरकार ने गंभीरता से लिया है.” भारतीय नौसेना ने समुद्र पर निगरानी बढ़ा दी है. जिसने भी यह हमला किया है, हम उसे ढूंढ लेंगे, भले ही वह समुद्र तल से हो.
भारत की अलग-अलग शक्तियों के जरिए INS इंफाल का हुआ निर्माण
इस युद्धपोत का नाम इंफाल रखा गया है जो नॉर्थ ईस्ट की ग्लोरी को दर्शाता है. आईएनएस इंफाल विशाखापट्टनम क्लास के अंतर्गत आता है. आईएनएस इंफाल पर ब्रह्मोस एयर फोर्स ने ब्रह्मोस मिसाइल लॉन्च किया गया. उन्होंने कहा, उनके विचार में, आईएनएस इम्फाल की सबसे बड़ी विशेषताओं में से एक यह है कि इसकी अवधारणा, डिजाइन और निर्माण पूरी तरह से भारत में किया गया है, जो ‘मेक इन इंडिया’ के बड़े लक्ष्य की पुष्टि करता है.
ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने INS IMPHAL पर ब्रह्मोस मिसाइल स्थापित की है जबकि लार्सन एंड टुब्रो ने इस पर टारपीडो ट्यूब लॉन्चर स्थापित किए हैं. बीएचईएल द्वारा रैपिड गन माउंट लगाया गया है. बीईएल द्वारा मध्यम दूरी की मिसाइलें लगाई गई हैं. इसके अलावा इसके निर्माण में कई स्टार्ट-अप भी शामिल थे. इसमें एमएसएमई के इनपुट भी शामिल किए गए हैं. राजनाथ ने कहा, मूल रूप से, आईएनएस इम्फाल को भारत की विभिन्न सेनाओं के संयोजन से बनाया गया है.