नई दिल्ली: तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनुमूला रेवंत रेड्डी आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ 12 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. शपथ लेने से एक दिन पहले उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी.
शपथ ग्रहण में सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल हुई. रेड्डी संसद भवन भी पहुंचे थे, हालांकि उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया. वह शपथ ग्रहण के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे. वह तेलंगाना की मल्काजगिरि लोकसभा सीट से सांसद हैं.
राहुल गांधी ने किया था ट्वीट
राहुल गांधी ने रेड्डी को बधाई देते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस सरकार तेलंगाना में सभी गारंटी पूरी करेगी और ‘प्रजाला सरकार’ साबित होगी. कांग्रेस नेतृत्व ने रेड्डी को विधायक दल का नेता बनाने का फैसला ‘सर्वसम्मति से’ लिया.
रेड्डी तेलंगाना के दूसरे मुख्यमंत्री होंगे. करीब एक दशक पहले तेलंगाना के नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आने से लेकर अब तक भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री थे. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में बीआरस को पराजित किया. पार्टी को 119 सदस्यीय विधानसभा में 64 सीटें मिलीं तो बीआरएस को 39 सीटों से संतोष करना पड़ा.
रेड्डी के सामने छह चुनावी ‘गारंटी’ पूरी करने की चुनौती
रेवंत रेड्डी के समक्ष हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा दी गई छह चुनावी ‘गारंटी’ पूरी करने की चुनौती होगी. इसके अलावा, रेड्डी को कई अन्य राजनीतिक चुनौतियों का भी सामना करना होगा. माना जाता है कि राज्य में कांग्रेस की जीत का बड़ा कारण छह गारंटी पेश करने वाला पार्टी का मजबूत अभियान रहा है.
इन छह गारंटी में तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा का वादा सबसे आकर्षक है. राज्य सरकार के सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि एक मोटे अनुमान के मुताबिक, आरटीसी महिला यात्रियों से सालाना 2,500 करोड़ रुपये कमाती है. यदि योजना को लागू करना है, तो कांग्रेस सरकार को परिवहन निगम को उतनी ही राशि देनी होगी, जो पहले ही 6,000 करोड़ रुपये के घाटे से जूझ रही है.