सोलन. नगर परिषद के मनोनीत पार्षद अमन सेठी और जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव रोहित शर्मा ने प्रेसवार्ता कर नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए है. पार्षद अमन का कहना है कि नगर परिषद रेहड़ियों के लाइसेंस ट्रांसफर करने की आड़ में अपनों को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहा है और जो पात्र लाइसेंस धारक हैं उनके लाइसेंस का नवीनीकरण तक नहीं किया जा रहा है.
कमेटी गठन की गई थी
उन्होंने आरोप लगाया की कुछ माह पूर्व रेहड़ियों के लाइसेंस जांच करने के लिए जांच कमेटी का गठन किया गया था. कमेटी की अध्यक्षता एसडीएम सोलन ने की थी, जिसकी जांच में पाया गया था की अधिकतर रेहड़ीयां सबलेट है और कुछ रेहड़ियां बेरोजगारों को नहीं रसूखदारों के कब्जे में है. लेकिन उस जांच पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है.
रसूखदारों को दिए गए लाइसेंस
जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव रोहित शर्मा ने आरोप लगाया की नगर परिषद की ओर से रेहड़ियों के लाइसेंस इसलिए दिए गए थे ताकि बेरोज़गारी दूर हो सके, लेकिन नगर परिषद की ओर से ज्यादातर लाइसेंस अपने चहीतों को और रसूकदारों को दिए थे. अब इन लाइसेंस के आधार पर नगर परिषद की ओर से बनाई जा रही मार्केट में दुकाने अलॉट की जानी है. जिसके चलते अब अपनों को दुबारा फायदा पहुँचाने के लिए लाइसेंस ट्रांसफर करने का प्रस्ताव डाला गया है.
रोहित ने कहा कि अगर नगर परिषद फिर भी अपना फैसला रद्द नहीं करता तो वह धरना प्रदर्शन भी करेंगे और न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे.