किन्नौर (रिकांगपिओ). जबसे दिल्ली के हरियाणा स्थित रायन इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे को स्कूल के शौचालय में बेहरमी से हत्या कर दी गयी, तब से हिमाचल में भी कई स्कूल की व्यवस्था को सुधारने के लिये कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं.
इसी कड़ी में उपायुक्त किन्नौर डॉ नरेश कुमार लठ् ने बच्चों के साथ स्कूलों में हो रहे आपराधिक घटनाओं को रोकने व सतर्कता बरतने हेतु एक बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में किन्नौर के विभिन्न सरकारी व निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य ने भाग लिया. इस अवसर पर उपायुक्त ने एक जिला स्तरीय कमेटी का भी गठन किया. जिसके अध्यक्ष उपमण्डलाधिकारी नागरिक कल्पा होंगे. सदस्य उप-निदेशक शिक्षा एलीमेंट्री हायर के अलावा जिला कार्यक्रम अधिकारी होंगे.
कई अहम फैसले लिये गये
इस अवसर पर उपायुक्त ने विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यो को निदेश दिये हैं. जिनमें स्कूलों में छात्र व छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, सभी अध्यापको एवं स्टाफ की आधार सूची, स्कूल के बाहर से आने वालों का पूरा विवरण, स्कूल प्रबन्धन 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों को शौचालय ले जाते समय किसी के पहरे में ले जायें. बच्चों को यौन उत्पीड़न पर पोक्सो अधिनियम के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाना चाहिए. बच्चों को स्कूल बस में चढ़ाते व उतारते समय स्कूल के स्टाफ को बच्चों के सुरक्षा हेतु अधिक सावधानी बरतनी चाहिये, शामिल है.
आगे उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय मोनिटरिंग कमेटी द्वारा समय पर स्कूलों का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करेगी कि बच्चों के सुरक्षा हेतु सभी आवश्यकता पूर्ण है या नहीं. इस अवसर पर उप-मण्डलाधिकारी कल्पा डॉ मेजर अवनिन्द्र कुमार, सहायक आयुक्त- उपायुक्त सरेन्द्र ठाकुर, डॉ सूनिन्द्र नेगी व विभिन्न स्कूलों के प्राधानाचार्य उपस्थित थे.