जोधपुर : जिले में लगातार महिलाओं के बाल काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं. घटना के बाद जोधपुर शहर के साथ ही पूरे संभाग में दहशत का महौल है. पहला मामला जोधपुर स्थित केके कॉलोनी का है. इसके बाद महामंदिर, सुथला, पृथ्वीपुरा, गांधीपुरा में भी महिला के बाल काटने का मामला सामने आया है. लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिरकार इसके की सच्चाई क्या है.
जोधपुर शहर और जिले के साथ ही संभाग के अन्य जिलों में अभी तक महिलाओं क बाल काटने की करीब दो दर्जन वारदातें हुई हैं.
पीड़ित परिवारों की मानें तो, सो रही महिलाओं के साथ दिनदहाड़े बाल काटने के बाद शरीर के नाभि के पास त्रिशूल और चांद का कुंकुम से बनाकर ‘कोई’ मौके से फरार हो जाते हैं. वारदातों को लेकर कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं.
बाल काटे जाने के हप्ते भर बाद पीड़ित महिला के मरने की अफवाह भी उड़ रही है. लेकिन अभी तक किसी पीड़ित की मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है.
जोधपुर जिले व शहर के साथ ही संभाग के अन्य जिलों के गांवों में बाल काटने की घटना हो रही है. लगातार हो रहे घटनाओं के बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आरोपियों को पकड़ने और घटना पर अंकुश लगाने के लिए पहरा देना शुरू किया है. लोग रात-रात भर गांवों में पहरा दे रहे हैं.
पुलिस और अन्य लोगों की मानें तो यह कोई तांत्रिक विद्या या कुछ ऐसे लोगों की कारस्तानी हो सकती है जो इस तरह की वारदात कर दहशत फैला रहे हैं. लेकिन अभी तक पुलिस भी इसका खुलासा नहीं कर पाई है.
पीड़ित महिलाएं अस्पताल में इलाज करवाने के साथ ही इससे निजात पाने के लिए भोपा तांत्रिक विद्या जानने वाले लोगों का भी सहारा ले रहे हैं.
जोधपुर शहर के सुथ्ला इलाके में लोगों ने अपने घरों के आगे मेहंदी से हाथ उकेर दिए. लोगों की ऐसी धारणा है कि इससे उनके घर पर किसी बुरी नजर वह साया का असर नहीं होगा. लोगों की मानें तो लहसुन रखने या फिर घर के आगे मेहन्दी से हाथ का मांडणा करने से बाल काटने वाले लोग उस घर में प्रवेश नहीं कर सकते हैं.