शिमला के कोटखाई में हुए गुड़िया के साथ हुए रेप ने पूरे देश को झकझोर को रख दिया है. दिसम्बर 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया कांड से भी बदतर तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया था. इस घटना के लगभग एक महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन अब तक अपराधियों तक पहुँच नहीं पाई है. वहीं राज्यभर में इस घटना को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एसएफआई) ने गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए राज्य भर में प्रदर्शन कर रही है. इस मामले को लेकर आज एसएफआई के लोग दिल्ली के हिमाचल भवन में प्रदर्शन करेंगे.
गौरतलब है कि गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए पिछले काफी दिनों से राज्यभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. उसके बाद इस मामले की जाँच सीबीआई के द्वारा कराई जा रही है. वहीं लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन सही तरीके से जाँच नहीं कर रही है. दूसरे तरफ पुलिस ने इस मामले में छः अभियुक्त को गिरफ्तार किया था. उनके बीच आपसी झड़प हुई और सभी ने मिलकर नेपाली मूल के 29 वर्षीय सूरज को मार डाला. जबकि लोगों का कहना है कि जिस नेपाली युवक को पुलिस ने पकड़ा था वह आरोपी नहीं है.