सिरमौर. माफिया को धूल चटाने वाली किंकरी देवी ने अमेरिका सहित पूरी दुनिया को अपना कायल कर दिया, तो आरजू के शॉट से उड़ी शटल को पूरी दुनिया ने देखा, वही शिलाई की डॉक्टर नीलम शर्मा के टैलेंट का दीवाना लंदन बन गया.
जिला सिरमौर भले ही प्रदेश में सभी जिलों से पिछड़ा व दुर्गम क्षेत्र हो लेकिन जिले की नारियों ने बेटी है अनमोल के मायने देश ही नहीं विदेश में सार्थक किये है. आज ऐसा क्षेत्र नहीं बचा है जहां पर जिले की नारियों ने अपनी काबिलियत का लोहा न मनवाया हो. कृषि, बागवानी, अनुसंधान, शिक्षा, खगोल विज्ञान,खेल, भारतीय सेना, ग्लेमर से लेकर घरेलू कार्य मे पूरे देश में पहचान बनाई है.
नारी शक्ति आज नेशनल ही नहीं इंटरनेशनल स्तर पर भी देश की अन्य नारियों से क्षेत्र की अपेक्षा अलग व अग्रणी पहचान बना रही है.
इतिहास मे नारियों की कहानी
भूतकाल में पौराणिक कथाओं की बात आए तो सिरमौर की नारियों का जिक्र सबसे ऊपर आता है भगवान परशुराम की मां रेणुका भी सिरमौर की बेटी रही है. इसके अलावा सिरमौर में गुलेरी, कुमाऊ, मदालसा, पद्मिनी देवी, कुंदला देवी, रुगीं देवी, रुगटी देवी, धर्मी, बिची, रमादेई व नोइदी ऐसी विरांगनाए रही है. जिन्होंने न केवल सिरमौर की रक्षा की है बल्कि इतिहास के पन्नों मे अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज किया है और आज भी जिला सिरमोर की एक बेटी पद्मिनी देवी राजस्थान के राजघराने में ब्याही हुई हैं.
सियासत मे परचम
सिरमौर की बेटी श्यामा शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत अधिवक्ता से की, बाद में उन्होंने राजनीति में दखल देना शुरू किया और काबिलियत के दम पर प्रदेश सरकार मे मंत्री बनी इस दौरान कई बार उन्होंने सिरमौर का नेतृत्व भी किया. इसके अलावा दयाल प्यारी व मंजू शर्मा पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रही है. इतना ही नहीं बल्कि राजेश्वरी शर्मा प्रदेश ब्राह्मण सभा की प्रदेश अध्यक्ष के पद पर तैनात हैं. वर्तमान में 6 ब्लॉक समिति सीटों में भी 4 सीटों पर महिलाओं की सरदारी है. जिनमें शिलाई से रेणु बाला, संगडाह सरोज बाला,नाहन कबिता चौहान, तथा पछाद मे उषा तोमर बीडीसी अध्यक्ष पद पर कुंडली जमाएं बैठी हैं.
चिकित्सा के क्षेत्र में नई पहल
आज सिरमौर की नारी देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपनी सेवायें देकर अलग पहचान बना रही है. डॉक्टर जयवन्ती पीजीआई चंडीगढ़ मे ईएनटी की हेड आफ डिपार्टमेंट है. जबकि शिलाई के गांव नया की नीलम शर्मा लंदन में डॉक्टर हैं. इसके अलावा डाक्टर नेहा शर्मा, चितवन, आकांशा शर्मा, मीनाक्षी चौहान, मनीषा अग्रवाल, सूर्या सनी, संध्या व डाक्टर सीमा ठाकुर प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों मे चिकित्सक के पद पर कार्यरत है.
खेलों से दुनिया मुठ्ठी में
सिरमौर जिले की लगभग 20 बेटियां ऐसी है जिन्होंने राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराया है. इनमें ने हाकी मे देश का नेतृत्व किया है. जबकि इनकी दोनों बहने गीता व सुदेश भी राष्ट्रीय खिलाड़ी रही हैं. गुलशन नेगी बास्केट बाल, एथेलेटिक्स मे सीमा परमार, बहन कल्पना परमार, ने देश का नेतृत्व किया है.
कबड्डी में प्रियंका नेगी, रितु नेगी, निर्मला चौहान, पवन राणा, प्रीती नेगी व शीतल पांडे ने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नेतृत्व किया है. इसके अलावा आरजू ठाकुर ने बैडमिन्टन और करुणा तोमर से बालीबाल मे अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है. हाल ही में बम्बल गांव की लक्ष्मी शर्मा व शमाह गावं की शालू शर्मा ने पेसापलो गेम मे भारत को कास्य पदक दिलाया है. शालू शर्मा ने भारत की तरफ से टीम का प्रतिनिधत्व किया और टीम की कप्तान भी रही.
समाज सेवा में आगे, तो कारोबार में अव्वल
प्रदेश में नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान में सिरमौर की बेटी संगीता शर्मा ने अनूठी पहल शुरू की. गिरिपार क्षेत्र के बाद भांग उखाडो अभियान ने पूरे प्रदेश में जोर पकड़ा. इतना ही नहीं बल्कि शराब माफिया के खिलाफ भी नारियों ने अलख जगाई है. जिनमें संतोष कपूर व समीर शर्मा महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही है. यदि कारोबार की बात करें, तो उपासना दत्ता वर्तमान मे अमेरिका मे फार्मा कम्पनी चला रही है जबकि अलका गोयल पावटा साहिब मे अपना उद्योग चला रही है.
ग्लैमर की दुनिया में छाप
ये है इंडिया मेरी जान सीरियल में सिरमौर की बेटी माधवी सिंह ने एंकर की भूमिका अदा की है. जानकी शवाना शेख का चयन दिवा मिस इण्डिया 2016 हुआ और प्रिया देव पंजाबी व हिंदी सिनेमा मे कई गानें गा चुकी है. वर्तमान में प्रिया देव बॉलीवुड में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रही है.
कलम की सिपाही
जिला सिरमौर की नारी प्रदेश व देश के नामी मीडिया समूह के साथ कार्य करके समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने में भी अव्वल है. सिरमौर की रुचिका तोमर, प्रतिभा चोहन व पूर्णिमा जोशी कलम की सिपाही के ऐसे नाम है जिनके नाम से आज शासन व प्रशासन के पसीने छूट जाते हैं.
किंकरी देवी की दुनिया कायल
किंकरी देवी ने जहां देख की कानूनी किताबों में अपना नाम स्वर्णिम शब्दों ने अंकित करवाया. वहीं खनन माफिया के खिलाफ लम्बी जंग छेड़कर नारी होने का फर्ज अदा किया है. किंकरी देवी ने महिला दिवस पर चीन मे भारत का प्रतिनिधित्व किया था.
किंकरी देवी को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से भी समानित किया गया था. किंकरी देवी ने खनन माफिया के खिलाफ अनूठी जंग छेडी जिसके बाद पूरे प्रदेश मे यह जंग शुरू हुई कई बार खनन माफिया की धमकियों का सामना भी करना पड़ा. लेकिन किकरी देवी अपने कार्य से पीछे नहीं हटी और अन्तराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई जिसके बाद आज भी किंकरी देवी की मिसाल दी जाती है.
सर्वश्रेष्ट गृहिणी
सिरमौर की नारी अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं . गृहिणियों की सुबह 4 बजे से दिनचर्या शुरू हो जाती है. रात का भोजन करने के बाद ही आराम का नाम लेती है. इन गृहणियों पर कई बार डाॅक्यूमेन्ट्री भी लिखी जा चुकी है. कई बार बाहरी देशों से आए कई वैज्ञानिक रिसर्च कर चुके है. इनकी मेहनत इनके घर से लेकर क्षेत्र की नगदी फसलों के रूप मे देश की नामी मंडियों तक देख जा रही है.