नई दिल्ली. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मणिक सरकार ने दूरदर्शन और आकाशवाणी पर स्वतंंत्रता दिवस के उनके भाषण का प्रसारण रोकने का आरोप लगाया है. मणिक सरकार ने दोनों सार्वजनिक प्रसारणकर्ता के इस कदम को अलोकतांत्रिक, निरंकुश और असहिष्णु करार दिया. उन्होने कहा कि 12 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के लिए उनका भाषण रेकार्ड किया गया था. उसी रोज 7 बजे उन्हे कहा गया कि जबतक वे भाषण को नया रूप नहीं देते उसे प्रसारित नहींं किया जा सकता है.
दूरदर्शन और आकाशवाणी के द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया कि सक्षम प्राधिकारी ने मुख्यमंत्री के संदेश की बारीकी से जांच की है. मौके की पवित्रता, प्रसारण संहिता और सार्वजनिक प्रसारणकर्ता के दायित्व के मद्देनजर वर्तमान प्रारूप में मुख्यमंत्री के संबोधन को प्रसारित करना संभव नहीं है.
मुख्यमंत्री के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि वे पूर्व में दिए गए भाषण से एक शब्द भी बदलने वाले नहीं हैं.
त्रिपुरा में मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी की सरकार है. मणिक सरकार लगातार चार बार से त्रिपुरा के मुख्यमंत्री हैं.
We strongly condemn Modi Govt’s attempt to gag the elected CM of Tripura. This is an insult to the people of Tripura! #UndeclaredEmergency https://t.co/i6R8j7KCBw
— CPI (M) (@cpimspeak) August 16, 2017
माकपा ने इस घटना के बाद ट्वीट किया “हम मोदी सरकार के द्वारा त्रिपुरा के निर्वाचित मुख्यमंत्री पर लगाये गए प्रतिबंध की कड़ी निंदा करते हैं. यह त्रिपुरा के लोगों का अपमान है.”
BJP’s model is to remote control Tripura from Delhi. CPI(M) will fight for Tripura’s rights and honour against BJP’s dictatorial centralism.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) August 16, 2017
पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट करके कहा कि बीजेपी का मॉडल त्रिपुरा को दिल्ली से रिमोट कंट्रोल करना चाहती है. सीपीएम, त्रिपुरा के लोगों के अधिकारों और भाजपा के केन्द्रीय सत्तावाद के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी.
इस पूरे प्रकरण में दूरदर्शन और आकाशवाणी की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है.