शिमला. विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा में कई तरह के बदलाव होने वाले हैं. सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष के तौर पर चयन होगा और इसके लिए तीन लोगों के नाम लिए जा रहे हैं. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार शामिल हैं.
दरअसल बीजेपी को नेता प्रतिपक्ष का चुनाव विधायक दल की बैठक में करना है, जो शीतकालीन सत्र से एकदम पहले होगा. इसके लिए दिल्ली से भी भाजपा हाईकमान पर्यवेक्षकों को भेजेगी और वहीं से नेता प्रतिपक्ष के लिए नाम आएगा. दिल्ली से आने वाले नाम पर ही विधायकों से मुहर लगवाई जाएगी. इसलिए इस पद के लिए भी पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सिर्फ एक चेहरा नहीं हैं.
कई नेताओं का नाम रेस में
पूर्व भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती और विपिन सिंह परमार का नाम भी इसके लिए लिया जा रहा है. इसी के साथ जनवरी में ही भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है. वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप का सामान्य कार्यकाल आठ जनवरी को पूरा हो रहा है. वैसे विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भी यह बदलाव तय माना जा रहा था. इसके साथ ही संगठन महामंत्री के पद पर भी अब कोई नई नियुक्ति हो सकती है.
हिमाचल में इस पद को काफी लंबे समय से पवन राणा संभाल रहे हैं. हालांकि संगठन महामंत्री के लिए कोई कार्यकाल तय नहीं है. इसके बावजूद उनके लंबे कार्यकाल को देखते हुए अब किसी और नियुक्ति का इंतजार पार्टी में है.
चुनावी हार की भी समीक्षा करेगी भाजपा
इन्हीं बदलावों के बहाने भाजपा हिमाचल में हुई चुनावी हार की भी समीक्षा करेगी. अभी तक पार्टी सिर्फ वोट शेयर के आधार पर अच्छा चुनाव लडऩे की बात कर रही हो, लेकिन जिस तरह से विधानसभा चुनाव में बागियों ने भाजपा की लुटिया डुबोई है, इस मसले को इतनी आसानी से नहीं छोड़ा जा सकता. हिमाचल भाजपा इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के संकेतों का इंतजार कर रहे हैं, जो राज्य में संगठन से खुश नहीं है. बहरहाल भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में आने वाले दिन बदलाव भरे रहेंगे.