शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने गेयटी थिएटर शिमला में नशे के खिलाफ पुलिस विभाग के ‘प्रधाव’ अभियान के तहत आयोजित विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओं के पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता की. इस अवसर मुख्यमंत्री ने प्रतिभागियों को नशे के खिलाफ एकजुट प्रयासों की शपथ भी दिलाई.
नशे से निपटने को विशेष कार्य बल होगा गठित
मुख्यमंत्री ने राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में नशीले पदार्थों से संबंधित मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस समस्या से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए एक समर्पित विशेष कार्य बल बनाने पर विचार कर रही है. सरकार ने नारकोटिक्स एक्ट को और कड़ा बनाने संबंधी मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया है. नशीले पदार्थों के सेवन से प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास में सहायता के लिए सरकार ने राज्य में दो अत्याधुनिक नशा मुक्ति सह-पुनर्वास केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है.
प्रत्येक केंद्र की स्थापना के लिए 50 बीघा भूमि चिन्हित की जा रही है. उन्होंने पुलिस विभाग को और कार्यकुशल बनाने के लिए कृत्रिम मेधा जैसी आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर बल देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में चार नए पुलिस स्टेशन स्वीकृत किए हैं, जिनमें से तीन कीरतपुर-मनाली फोरलेन राजमार्ग पर और एक कांगड़ा जिला के बीड़ में स्थापित होगा.
पुलिस के प्रयासों की सराहना
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने नशे के खिलाफ पुलिस के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग पुनर्वास केंद्रों से ठीक होने वाले व्यक्तियों को आतिथ्य क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे. इसका उद्देश्य उन्हें समाज की मुख्यधारा के जोड़ने के लिए उनके कौशल में निखार लाना है. कार्यकारी पुलिस महानिदेशक सतवंत अटवाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया.
इस अवसर पर सीपीएस संजय अवस्थी, विधायक रवि ठाकुर और मलेंदर राजन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.