कुल्लू(बंदरोल). विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य पर जवाहर नवोदय विद्यालय बंदरोल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में में रोचक व विस्तृत जानकारी दी गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं मुख्य वक्ता डा. आर.सी. गुलेरिया दिवस की थीम ‘‘कार्य स्थल पर मानसिक स्वास्थ्य’’ को परिभाषित करते हुए बताया कि हमारे कार्य करने वाले स्थलों का वातावरण खुशनुमा होना चाहिए.
यह कार्यस्थल स्कूल अथवा अस्पताल संस्थान कार्यालय अथवा खेत खलियान, बाग, बागीचे, गाय, बैल, भेड़ बकरी के चरागाह या जंगल ही क्यों न हो. क्योंकि हम अधिकतर समय अपने कार्य स्थल पर ही व्यतीत करते हैं, इसलिए वहां का वातावरण मानसिक दबाव और तनाव से मुक्त होना चाहिए. इसके लिए हमें काम में निरंतरता तथा अपने सहयोगी और संस्थान प्रबंधकों से सौहार्दपूर्ण एवं आज्ञापालक संबंध स्थापित करने चाहिए. इससे हमारा मानसिक स्वास्थ्य उन्नत और उत्तम दोनों प्रकार से ठीक रहेगा.
इस अवसर पर जन शिक्षा सूचना अधिकारी देवंद्र गौड़ ने बताया कि विश्व में 3 करोड़ लोग अवसाद या डिप्रेशन से पीड़ित है. जो विकलांगता का मुख्य कारण है. इसके साथ ही मानसिक अस्वस्थता के कारण विश्व में दस करोड़ रुपये वार्षिक राशि के उत्पादन में नुकसान होता है. इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से विजय कुमार ने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी.