सिरमौर. सिरमौर जिला के बाग पशोग निवासी 70 वर्षीय भूप सिंह लोगों में पर्यावरण को लेकर अलख जगा रहे है. पिछले करीब 13 सालों से भूप सिंह जहां लोगों को मुफ्त पौधे वितरित कर रहे. वहीं पेड़ पौधे को बचाने का संदेश भी दे रहे हैं. अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में भूप सिंह का मकसद लोगों को पर्यावरण के प्रति प्रेम जगाना है.
10 हजार पौधे बांट चुके हैं
भूप सिंह आज तक विभिन्न प्रकार के करीब 10 हजार से भी अधिक पौधे बांट चुके हैं. भूप सिंह का कहना है कि वह अलग-अलग राज्यों के लोगों को पौधे दे चुके हैं. जिसमें कई किस्म के पौधे शामिल हैं.
डॉ. वाईएस परमार को प्रेरणा स्रोत मानते हैं
2004 में बागवानी विभाग से बतौर माली सेवानिवृत्त हुए वह सिंह का कहना है कि उन्हें पेड़ पौधों से काफी लगाव है. भूप सिंह को कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित भी किया जा चूका है. भूप सिंह हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार को अपना प्रेरणा स्रोत मानते हैं. उनका कहना है कि परमार का पेड़ पौधों को लेकर काफी प्रेम था. उनके मन में भी पर्यावरण के प्रति रुझान पैदा हुआ.
भूप सिंह कहते हैं कि युवा पीढ़ी को भी पेड़ पौधे बचाने के लिए आगे आना चाहिए. वन काटने को लेकर भी भूप सिंह बेहद चिंतित है. भूप सिंह बाग पशोग में नाहन शिमला हाईवे पर चाय की दुकान चलाते हैं जो भी भूप सिंह की दुकान पर पहुंचता है. वह पर्यावरण के प्रति उनका जज्बा देख हैरान हो जाते है. जिंदगी के आखिरी पड़ाव में भूप सिंह का पर्यावरण के प्रति यह प्रेम काबिले तारीफ है जिससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेने की जरूरत है.